बाराबंकी में एक ऐसे किसान ने आत्महत्या कर ली जो कर्ज में डूबा हुआ था। परिजनों के मुताबिक यह हादसा उसके साथ तब हुआ जब कर्ज वसूली के लिए राजस्व की टीम उसे उसके घर से उठा लायी थी।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसान लम्बे समय से बड़ा बकाये दार था और राजस्व की टीम से बातचीत के लिए उसके घर गयी थी और बातचीत के दौरान ही इसने संदिग्ध वस्तु निगल ली थी। किसान के ऐसा करने पर राजस्व टीम ने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भर्ती कराने के लिए घर से लेकर आयी थी।
किसान जगजीवन ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली
बाराबंकी के हैदरगढ़ तसील के गाँव मवैया मजरे सादुल्लापुर में किसान जगजीवन ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली | परिजनों का आरोप है कि किसान के राजस्व टीम ने पहुँच कर उसे धमकाया था और उसे घर से उठाकर थाने लेकर आयी थी|
थाने से घर पर फोन किया गया कि जगजीवन की हालत बहुत खराब है और उसे आकर ले जाओ | जगजीवन के बेटे ने बताया कि जब वह थाने पहुंचे तो उसके पिता फर्श पड़े हुए थे | वह लोग अपने पिता को लेकर स्थानीय सीएचसी लेकर आये,जहाँ से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, आज उनके पिता की मौत हो गयी।
इस घटना पर किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनिल वर्मा ने शाशन से सम्पूर्ण कर्ज को माफ़ किये जाने और 25 लाख रुपये आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है| परिजनों को सान्त्वना देने पहुंचे बाराबंकी के भाजपा सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि परिजन लिख कर दें तो शाशन को आर्थिक सहायता का प्रस्ताव वह भेज देंगे।