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यहाँ जानिये मुंह की बदबू दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक तरीके

मुंह की बदबू एक आम समस्या है. आमतौर पर बोला जाता है कि दांत या मुंह की अच्छा से सफाई नहीं करने पर मुंह की बदबू होती है, लेकिन मुद्दा इतना सीधा नहीं है. इसके कई ऐसे कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में मरीज ने सोचा भी नहीं होगा. मुंह की बदबू लंबे समय तक बनी रहे तो इसे हेलिटोसिस बीमारी बोला जाता है. इसका उपचार महत्वपूर्ण है, वरना गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

डाक्टर अहसान बताते हैं कि मुंह की बदबू के लक्षण हैं – गले में छाले होना, नाक बहना, लगातार खांसी बनी रहना व बुखार आना. मुंह की बदबू के कारण दांत गिर सकते हैं. मसूड़ों में दर्द होने कि सम्भावना है व खून निकल सकता है. मुंह की दुर्गंध के कई कारण हो सकते हैं. कुछ मौखिक यानी मुंह से जुड़े कारण हैं तो कुछ मुंह से सीधे तौर पर संबंधित नहीं हैं. मुंह या दांतों की साफ-सफाई नहीं होने के अतिरिक्त मुंह में घाव, संक्रमण से पस पड़ना बदबू के अहम कारण हैं. मुंह का कैंसर भी बदबू का कारण बनता है. गैर-मौखिक कारणों में कई गंभीर बीमारियां शामिल हैं जैसे- डायबिटीज, फेफडों या किडनी की बीमारी.

 

मुंह की बदबू से बचना है तो सबसे पहले मुंह व दांतों की अच्छी तरह सफाई जरूर करें. यह कार्य प्रातः काल व रात में किया जा सकता है. अच्छी क्वालिटी का टूथब्रश व पेस्ट प्रयोग करें. टंग क्लीनर से जीभ भी अच्छी तरह साफ करें. आमतौर पर जीभ के ऊपर जमी परत बदबू का कारण बनती है.

आयुर्वेद के मुताबिक, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं. पानी पीते रहने से मुंह साफ होता रहता है. दांतों में फंसा खाना निकल जाता है, जो बदबू का सबसे बड़ा कारण होता है. वहीं इस बीमारी से निपटने में ग्रीन टी भी लाभकारी होती है. ग्रीन में उपस्थित एंटीबैक्टीरियल कम्पोनेंट से दुर्गंध दूर होती है. माउथफ्रेशनर के रूप में सूखे धनिये का प्रयोग करें. लौंग व सौंफ का उपयोग भी किया जा सकता है. तुलसी की पत्तियां चबाना मुंह की दुर्गंध भगाने का सबसे अच्छा उपाय है. प्रातः काल व शाम तुलसी के तीन-चार पत्ते रोज चबाएं. इसी तर्ज पर अमरूद के पत्ते भी चबाए जाते हैं. इससे तत्काल लाभ मिलता है.

मुंह की बदबू दूर करने का उपाय सरसों के ऑयल व नमक की मालिश है. हथेली में थोड़ा सरसों का ऑयल लें व एक चुटकी नमक मिलाएं. इस मिलावट से मसूड़ों पर मालिश करें. न केवल मसूड़े मजबूत होंगे, बल्कि मुंह की बदबू भी चली जाएगी. आयुर्वेद के अनुसार, अनार की छाल भी इसका उपचार है. छाल को पानी में उबाल लें व रोज इससे कुल्ला करें.

जो लोग नकली दांत का उपयोग करते हैं, वे इनकी सफाई का अच्छी तरह ख्याल रखें. शराब व तंबाकू का सेवन न करें. जो लोग तंबाकू खाते हैं, उनके मुंह से लगातार बदबू आती रहती है. खाने में प्याज व लहसुन के उपयोग से बचें. उपरोक्त सावधानियां बरतने व घरेलू उपचार करने के बाद भी बदबू बनी रहती है तो चिकित्सक से संपर्क करें.

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