नई दिल्ली। इन दिनों चोर भी हाइटेक हो गए है और इसका एक नमूना तब मिला जब पंजाबी बाग थाना पुलिस ने आरोपी राजकुमार को गिरफ्तार किया जिस पर 28 से ज्यादा मुकदमें चल रहे हैं। इस चोर ने कार चुराने का एक अलग ही तरीका निकाला। उसने एक महीने में Internet इंटरनेट से यह सीखा कि बिना चाबी किस तरह से गाड़ी को स्टार्ट किया जाए। गाड़ी चुराने का तरीका ऑनलाइन सीखकर वह बिना किसी मशक्कत के आसानी से कारें चुरा लेता था।
Internet पर ऑनलाइन
इंटरनेट Internet पर ऑनलाइन तरीका सीखने वाले राजकुमार ने पंजाबी बाग थाना पुलिस के सामने खुलासा किया कि गाड़ियां चुराने के बाद उनका गैंग मुरादाबाद, संभल, मेरठ, हापुड़, बुलदंशहर, गुड़गांव और नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में बेच देते थे। कार ऑन-डिमांड चुराई जाती थी यानी जिस तरह की कार की डिमांड होती थी वैसी ही गाड़ियां चुराई जाती थीं।
पूछताछ में उसने खुलासा किया कि जिस तरीके से नई गाड़ियां आ रही हैं और जो बटन-रिमोट से चलती हैं। उसे फ्रीक्वेंसी चेंज करने में अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से महारत हासिल है। 60 से 120 सेकेंड के अंदर यह ओरिजिनल चाबी की फ्रिकवेंसी को चेंज करके अपने ब्लैक रिमोट में डाल कर और फिर गाड़ी को स्टार्ट कर चोरी करके फरार हो जाते हैं। कुछ गाड़ियों को टच करने पर उनमें सायरन बज जाता था। इसे बंद करने के भी उनके पास इंतजाम थे।
पुलिस ने बताया कि राजकुमार के पास से 50 कार की चाबियां, 25 रिमोट, कारों के रिमोट की फ्रीक्वेंसी बदलने के लिए कई सारे आधुनिक डिवाइस, तीन ईसीएम और कई तरह के उपकरण बरामद किए गए हैं। राजकुमार पर मोती नगर, करावल नगर, सीलमपुर, कोटला, मुबारकपुर, अशोक विहार, तिलक नगर आदि थाना इलाकों में दर्ज हैं। एसीपी पंजाबी बाग कुमार अभिषेक एसएचओ पंजाबी बाग विनय मलिक, सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार हेड कांस्टेबल दिनेश और कॉन्स्टेबल कर्मवीर की टीम ने इस गैंग को पकड़ा।