लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम आईपीएल 2024 के लिए हुए ऑक्शन में सबसे छोटा पर्स यानी सबसे कम पैसे लेकर बैठी थी. हालांकि, इस टीम के पास 6 खिलाड़ियों को खरीदने की जगह थी, और उन्होंने 6 खिलाड़ियों को खरीद भी लिया, जिसके लिए लखनऊ ने कुल 12.20 करोड़ रुपये खर्च किए.
एक तरफ कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई, पंजाब, और बैंगलोर जैसी टीमों ने खिलाड़ियों के पीछे 10-20 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, लेकिन लखनऊ के पास कम बजट होने के कारण उनका सबसे महंगा खिलाड़ी शिवम मावी बना, जिसके लिए इस टीम ने 6.40 करोड़ रुपये खर्च किए. इस एकमात्र भारतीय खिलाड़ी के अलावा लखनऊ की टीम ने किसी खिलाड़ी के पीछे ज्यादा बोली नहीं लगाई.
ऑक्शन के बाद लखनऊ का लेखा-जोखा
लखनऊ ने अपने 6 खिलाड़ियों में 4 को उनके बेस प्राइज पर ही खरीदा है. आइए हम आपको आईपीएल 2024 का ऑक्शन खत्म होने के बाद लखनऊ की मज़बूती और कमरोजी के बारे में बताते है. इसके अलावा हम आपको आईपीएल 2024 के लिए लखनऊ की संभावित बेस्ट प्लेइंग इलेवन के बारे में भी बताएंगे, लेकिन उससे पहले आइए लखनऊ की सस्ती खरीददारी पर एक नज़र डालते हैं:
शिवम मावी – (भारत) – 6.40 करोड़ रुपये
एम. सिद्धार्थ – (भारत) – 2.40 करोड़ रुपये
डेविड विली – (इंग्लैंड) – 2 करोड़ रुपये
एश्टन टर्नर – (ऑस्ट्रेलिया) – 1 करोड़ रुपये
अर्शिन कुलकर्णी – (भारत) – 20 लाख रुपये
मो. अरशद खान – (भारत) – 20 लाख रुपये
लखनऊ सुपर जायंट्स की ताकत
लखनऊ के पास क्विंटन डी कॉक, काइल मायर्स, निकोलस पूरन, मार्कस स्टोइनिस, और मार्क वुड जैसे बेस्ट क्वालिटी वाले विदेशी खिलाड़ी हैं, जो अपने दिन पर किसी भी मैच को अकेले जिताने की क्षमता रखते हैं. इसके अलावा लखनऊ के कप्तान केएल राहुल हैं, जो चोट से वापस आने के बाद कमाल के फॉर्म में चल रहे हैं, और खुद एक मैच विनर हैं. इस टीम के पास रवि बिश्नोई और अमित मिश्रा जैसा स्पिनर हैं, जो किसी भी मैदान पर अपनी फिरकी से मैच जिता सकते हैं. वहीं, अपने घरेलू लखनऊ के मैदान पर तो इन दोनों गेंदबाजों की वैल्यू और भी ज्यादा हो जाती है.
इस टीम को नंबर-3 की समस्या थी, लेकिन उसके लिए उन्होंने राजस्थान रॉयल्स से आवेश खान के बदले देवदत्त पैडिकल को टीम शामिल कर लिया है. तेज गेंदबाजी के लिए इस टीम में मार्क वुड, नवीन-उल-हक मोसिन खान के साथ अब डेविड विली, शिवम मावी, और अर्शद खान आ गए हैं. डेविड विली बाएं हाथ की स्विंग गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी करना भी जानते हैं, जो शायद नवीन-उल हक की जगह टीम में खेलते हुए नज़र आएंगे. लिहाजा, लखनऊ की टीम अब काफी सॉलिड लग रही है.
लखनऊ सुपर जायंट्स की कमज़ोरी
इस टीम में अगर कोई कमी है तो वो एक अच्छे फिनिशर की है. इस टीम ने अपने पहले सीज़न से युवा आयुष बदोनी और दीपक हुड्डा जैसे बल्लेबाजों का इस्तेमाल बतौर फिनिशर किया है, लेकिन वो ज्यादातर सफल नहीं रहे हैं. उन्हें एक अच्छे इंडियन फिनिशर की जरूरत थी, जो मार्कस स्टोइनिस की मदद कर सकते, लेकिन ऑक्शन में लखनऊ ने किसी फिनिशर की ओर रुख नहीं किया. इसके अलावा मार्क वुड एक अच्छे गेंदबाज जरूर हैं, लेकिन उनकी गेंदबाजी में रन भी काफी पड़ते हैं, और लखनऊ में वुड के अलावा वैसा कोई दूसरा विदेशी तेज गेंदबाज नहीं है.
हालांकि, डेविड मिली ने वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उनके पास मार्क वुड जितनी पेस नहीं है. इसके अलावा शिवम मावी पर लखनऊ ने शायद ज्यादा पैसे खर्च कर दिए, क्योंकि उन्होंने पिछले कुछ सालों में ज्यादातर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. लिहाजा, लखनऊ के लिए शिवम मावी के ऊपर भी भरोसा करना मुश्किल होगा. इसके अलावा लखनऊ की टॉप-ऑर्डप बैटिंग में ज्यादा विदेशी खिलाड़ी हैं, तो अगर उन्हें चोट लगी या उपलब्धता में कोई परेशानी हुई तो लखनऊ के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.