एंबुलेंस पंजीकरण को लेकर दर्ज धोखाधड़ी के मामले में मंगलवार को माफिया मुख्तार अंसारी की पेशी एसीजेएम कोर्ट में हुई। मुख्तार को बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पेश किया गया। इस दौरान मुख्तार ने बृजेश सिंह गिरोह से अपनी जान को खतरा बताया। उसने आरोप लगाया कि एक बंदी रक्षक बांदा जेल में उसकी हत्या के लिए भेजा गया है।
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विपिन यादव की कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकीलों की हड़ताल के चलते कोई गवाही नहीं हो सकी। लेकिन मुख्तार के एक वकील ने उसके द्वारा भेजी गई अर्जी अदालत में दी। इसमें मुख्तार अंसारी ने ब्रजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह से दुश्मनी का जिक्र किया है।
मुख्तार ने कहा कि बृजेश सिंह और सुंदर भाटी गिरोह के खास बंदीरक्षक अजीत गौतम को मेरी हत्या कराने के लिए सोनभद्र से बांदा जेल भेजा है, ताकि मैं बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह के खिलाफ गवाही न दे सकूं। उसने बताया कि जेल में उसकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं।