कोरोना में हम सबने देखा की जिन लोगों की नौकरियाँ गयी उन्हें अपने घर को चलाने के लिए सिर्फ किसी न किसी बैंकिग ,पोस्ट ऑफिस या बीमा के द्वारा चलाई जा रही सेविंग स्कीम का ही सहारा था ये तीनों योजनाएं डाक विभाग की है. पोस्ट ऑफिस को हर भारतीय द्वारा भरोसे के साथ देखा जाता है.
कई लोगों ने इन्हीं सेविंग स्कीम के जरिये इसमें निवेश किये गए पैसों से अपने घर का लोन, कार लोन, बीमा प्रीमियम, बिल आदि का भुगतान किया। कोरोना महामारी ने लोगों को यह समझ आ गया की अनिश्चित भविष्य में कुछ भी हो सकता है आप लोग अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए किसी न किसी बचत योजना में निवेश तो करते ही होंगे।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
इसमें 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है. यहां आपको 6.8 फीसदी का धमाकेदार रिटर्न मिलता है. आप इस स्कीम से पैसा 5 साल पूरे होने के बाद ही निकाल सकते हैं. इस स्कीम में किया गया निवेश भी आयकर कानून के तहत टैक्स छूट के लिए पात्र होता है.
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट
यह एक एफडी जैसी स्कीम है. आप पोस्ट ऑफिस में टाइम डिपॉजिट में 1, 2, 3 और 5 साल के लिए निवेश कर सकते हैं. इस योजना में निवेश पर आपको आयकर में छूट भी मिल सकती है. आप यहां 1,000 रुपये निवेश शुरू कर सकते हैं.
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट
अगर आप सुरक्षित रिकरिंग डिपॉजिट में निवेश करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की यह योजना आपके लिए एकदम सही हो सकती है. यहां आपको 5 साल की मेच्योरिटी वाले निवेश विकल्प पर 5.8 फीसदी का ब्याज मिल रहा है.