राष्ट्रपति चुनाव के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग लगना तय हो गया है। संभव है कि इसके कारण उनको समय से पहले ही सत्ता से हटाया जा सकता है। प्रतिनिधि सभा ने अमेरिका की राजधानी में तोड़फोड़ को बेहद गंभीरता से लेते हुए महाभियोग का प्रस्ताव पास करा लिया है।
महाभियोग के पक्ष में 222 लोगों ने वोट डाला और इसके विरोध में 211 वोट ही पड़े। अमेरिका की राजधानी समेत कई प्रांतों में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव हारने के बाद उनके समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ से अमेरिका में अराजकता के हालात पैदा हो गए थे। राजधानी में तोड़फोड़ के एक सप्ताह के अंदर प्रतिनिधि सभा ने राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग को 211 के मुकाबले 222 मतों से प्रस्ताव पास कराया गया। भारतीय समयानुसार देर रात सभा में यह प्रस्ताव पास किया गया।
इससे पहले ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग शुरू होते ही अमेरिकी सदन के अध्यक्ष पेलोसी कहते हैं, उन्हें जाना चाहिए, “हम जानते हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस विद्रोह, हमारे आम देश के खिलाफ इस सशस्त्र विद्रोह को उकसाया था। उन्हें जाना चाहिए। वह राष्ट्र व वर्तमान के लिए खतरा हैं। उन्होंने कहा कि 6 जनवरी को हुए दंगों के बाद रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने पांच लोगों को मार डाला। ”
अमेरिकी प्रतिनिधि जेसन क्रो, कोलोराडो के डेमोक्रेट ने कहा कि डेमोक्रेटिक-नियंत्रित अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के बहुमत ने बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को महाभियोग चलाने वाले कानून को अग्रिम करने के लिए मतदान किया। ट्रंप पर दो बार महाभियोग लगाया जाएगा क्योंकि उसे दो बार महाभियोग चलाने की आवश्यकता है। कार्रवाई के दौरान राष्ट्रपति के खिलाफ कार्रवाई की स्पष्ट यप से मांग की गई।