पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूर्व जासूस लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की तरफ से शुरू की गई आंतरिक जवाबदेही की प्रक्रिया का स्वागत किया है। बता दें कि इमरान खान ने गुरुवार को अपने खिलाफ एक मामले की सुनवाई के बाद रावलपिंडी की अदियाला जेल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बयान दिया है।
हमीद की कथित संलिप्तता की जांच होनी चाहिए- इमरान
वहीं रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के एक बयान पर टिप्पणी करते हुए – जिसमें 9 मई को उनकी गिरफ्तारी के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हमीद की कथित संलिप्तता का जिक्र किया गया था – पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अगर फैज हमीद इसमें शामिल थे, तो इसकी जांच होनी चाहिए। इमरान खान के कार्यकाल के दौरान हमीद आईएसआई के प्रमुख थे। एक स्थानीय समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व जासूस प्रमुख के कोर्ट मार्शल की खबर सार्वजनिक होने के बाद उनसे दूरी बनाने के बाद इमरान खान ने गुरुवार को सेना की तरफ से शुरू की गई आंतरिक जवाबदेही की प्रक्रिया का स्वागत किया और सभी स्तरों पर कार्रवाई का आह्वान भी किया।
फैज को हटाए जाने का इमरान खान ने किया था विरोध
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद को 2019 से 2021 तक जासूसी एजेंसी का प्रमुख होने के दौरान बेहद शक्तिशाली माना जाता था। उन्हें उस समय इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त किया गया था, जब तत्कालीन आईएसआई प्रमुख और वर्तमान सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर को समय से पहले पद से हटा दिया गया था। तब खबर आई थी कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान मुनीर से खुश नहीं थे। बाद में सेना ने फैज हमीद को बदलने का फैसला किया, जिसका इमरान खान ने कड़ा विरोध किया और माना जाता है कि यह सेना के साथ उनके संबंधों में खटास की शुरुआत