पंजाब में जारी बिजली संकट चर्चा का विषय बन हुआ है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (CM Capt Amarinder Singh) इस संकट से निपटने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर लिखा, बिजली की लागत, कटौती, बिजली खरीद समझौतों की सच्चाई और पंजाब के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली कैसे दें, पंजाब में बिजली कटौती की कोई आवश्यकता नहीं है या मुख्यमंत्री को कार्यालय के समय या एसी के उपयोग को विनियमित करने की आवश्यकता नहीं है। अगर हम सही दिशा में कार्य करते हैं।
इस बीच कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) ने इस मुद्दे पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए सही दिशा में काम करने की नसीहत दी है. हालांकि बिजली संकट के बीच अब उनसे जुड़ा एक बड़ा सच सामने आया है.
पिछले दो दिन से पंजाब में बिजली की भारी किल्लत पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह को घेरते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल का कहना है कि साढ़े चार साल पहले पावर सरप्लस पंजाब कांग्रेस को सौंपने वाली उनकी सरकार के बाद राज्य में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं बढ़ा है जबकि खपत में 15 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। हालत यह है कि लोगों को 14-14 घंटे के पावरकट झेलने पड़ रहे हैं।