बिहार विधानसभा चुनाव इस साल के आखिर होंगे. इसको लेकर सभी दल और गठबंधन अपनी तैयारियों को लेकर सक्रिय हैं. बिहार एनडीए ने जहां अपनी तरफ से सीएम नीतीश कुमार के चेहरे का ऐलान कर दिया है, वहीं महागठबंधन में अब भी इस पर सहमति नहीं बन पाई है. खास तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी के बाद कांग्रेस के बयान ने इसमें पेंच फंसा दिया है.
दरअसल कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महागठबंधन के चेहरा का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी. कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ही महागठबंधन के चेहरे पर फैसला लेगा और जल्द ही सोनिया गांधी इसका निर्णय सुनाएंगी. गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से दिए गए इस बयान ने आरजेडी के लिए ऊहापोह की स्थिति पैदा कर दी है क्योंकि उसने पहले ही तेजस्वी यादव के नाम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है. यही नहीं पार्टी ने तेजस्वी को अपना सीएफ फेस भी घोषित कर रखा है.
गौरतलब है कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने के खिलाफ महागठबंधन में शामिल जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी ने महागठबंधन में समन्वय समिति बनाने की मांग की थी. इन तीनों ने हाल में दिल्ली में शरद यादव के साथ बैठक की थी जिसमें राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी शामिल हुए थे.
बहरहाल अब कांग्रेस ने भी सोनिया गांधी द्वारा मुख्यमंत्री के चेहरे के ऐलान की बात कहकर मांझी, कुशवाहा और सहनी के सुर में सुर मिला दिया है. जाहिर है ये महागठबंधन की सियासत के लिए बेहद अहम होने जा रहा है क्योंकि आरजेडी भी बगैर कांग्रेस के चुनावी मैदान में जाने को तैयार नहीं दिखती है. ऐसे में अब सबकी निगाहें सोनिया गांधी के ऐलान पर टिकी हैं.