लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सर्वाेदय नगर स्थित विकास भवन में जनपद लखनऊ के बहुमुखी विकास के दृष्टिगत विभिन्न क्रिया कलापों में कार्य कर रहें कर्मियों से संवाद कर उनका मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर उन्होंने उन्नति पुस्तिका ‘ग्राम्य विकास प्रबोधिनी’ एवं ‘अवध ग्राम्या पुस्तिका’ का विमोचन किया। मुख्य सचिव के समक्ष 10 ग्राम पंचायत में गौ-आश्रय स्थलों से गोबर उठान के लिए स्टार्टअप फेबैटो इकोटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर भी किये गये।
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मुख्य सचिव ने कहा कि आज विकास भवन आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गई। वर्ष 1992 के दौरान जब वह यहां के सीडीओ थे, उस वक्त किसानों के हित के लिए किसान सेवा केंद्र प्रारंभ किया था। विकास भवन की दीवारों पर सूचना लिखी रहती थी। उन्होंने अपेक्षा की योजनाओं की जानकारी संक्षेप में विकास भवन की दीवारों पर लिखी जाये। उन्होंने कहा कि तत्कालीन जिलाधिकार अशोक प्रियदर्शी की प्रेरणा से ‘ग्राम्य विकास प्रबोधिनी’ पुस्तिका का प्रकाशन कराया गया था, जो तत्समय अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हुई थी। हर्ष का विषय है कि लगभग 30 वर्ष से अधिक का समय व्यतीत हो जाने के उपरान्त पुनः मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ‘ग्राम्य विकास प्रबोधिनी’ का प्रकाशन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार आम जनमानस की है। आम जनमानस की समस्याओं का निस्तारण करना हमारा परम कर्तव्य है। आज का दौर टेक्नोलॉजी का है। जनमानस की समस्याओं के निस्तारण व योजनाओं की जानकारी पहुंचाने के लिये टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग किया जाना चाहिये। टेक्नोलॉजी के द्वारा लोगों से सीधा संवाद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ‘परोपकाराय सतां विभूतयः’ परोपकार सज्जनों की संपत्ति होती है। विकास के काम में लगे लोगों का सौभाग्य है कि आम जनमानस के लिये कार्य कर कर रहे हैं। आपको अपना पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है, सरकार के खर्च पर जनकल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों से लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचा सकते हैं। जब किसी लाभार्थी को योजना का लाभ मिलता है, तो वह अन्य लोगों को भी प्रेरित कर सकता है।
उन्होंने कहा कि शासन द्वारा गाँवों के विकास हेतु विभिन्न विभागों के माध्यम से अनेकानेक कार्यक्रम चलाये जा रहे है जिनका मूलभूत उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे रह रहे प्रत्येक परिवार को ऐसे रोजगारपरक संसाधन उपलब्ध कराना है, जिससे वह अपने परिवार का सुगमतापूर्वक पालन-पोषण कर सके तथा आगामी पीढ़ी को विकास के रास्ते पर अग्रसित कर सके। ऐसी स्थायी परिसम्पत्तियों का सृजन किया जाना चाहिये, जिससे गांँव, क्षेत्र, नगर, जनपद तथा पूरे राज्य का उत्थान हो।
इससे पूर्व, उद्योग एवं व्यवसाय क्षेत्र में विशेषज्ञ रजत मेहरा द्वारा उद्योग व्यवसाय क्षेत्र की जनपद लखनऊ की उपलब्धियों एवं समस्याओं के निदान पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर उन्होंने विकास भवन परिसर में टेकोमा कैपेंसिस का वृक्ष रोपित किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, सीडीओ रिया केजरीवाल, जिला विकास अधिकारी अजीत सिंह, परियोजना निदेशक राजेश कुमार त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी शाश्वत आनन्द सिंह समेत बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित।