कानपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है और यदि उत्पादकता की ओर देखा जाय तो भारत आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ चुका है। समाचार पत्र ’’जीतेगा इण्डिया’’ के विमोचन के अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत अब आर्थिक रूप में, सामाजिक रूप में रक्षा के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है।
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भारत ने तो न केवल कोरोना को जीता है बल्कि लोगों का दिल जीता है। जब कोरोना से पूरा विश्व तड़प रहा था तथा अमेरिका जैसा विकसित देश इस पर नियंत्रण नही कर पर रहे थे तब भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस बीमारी पर नियंत्रण किया। लोगों को निःशुल्क वैक्सीन लगवाई बल्कि दुनिया को वैक्सीन दी।
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हुए स्वदेशी वैक्सीन के निर्माण की उपलब्धि की आलोचना की थी। इस अच्छे कार्य को भी असफल करार करने में कोई कसर नही छोड़ी थी। उस समय अमेरिका जैसा विकसित देश हिंदुस्तान से वैक्सीन देने की गुजारिश कर रहा था।
प्रधानमंत्री ने मानवता दिखाते हुए उन देशों को वैक्सीन भेजी जहां से मांग हो रही थी। अब इण्डिया याची न होकर दाता है, तथा कमजोर न होकर मजबूत है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब इंग्लैंन्ड और अमेरिका के लेाग भारत को भूखा और नंगा देश कहते थे।
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भारत के प्रधानमंत्री उस समय कभी अमेरिका, कभी जर्मनी, कभी जापान आदि देशों में जाते थे और याचक बनकर उनसे गेहूं या चावल देने को कहते थे। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में अमेरिका से सड़ा हुआ लाल गेहूं आता था। वहां से ऐसा गेहूं आता था जिसे अमेरिका के जानवर नही खाते थे तथा वहां के लोग उसे भारत भेजने के लिए कहते थे। उन्होंने कहा कि यह गेहूं भी राशनकार्ड पर लाइन लगाकर मिलता था। आज स्थिति बदल गई है। अब देश से अनाज का भी एक्सपोर्ट हो रहा है।
डा शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान की गोली और गोला चलता था और हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री सफेद कबूतर उड़ाता था और कहता था कि भारत शांतिप्रिय देश है। नौ साल पहले जब मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिलजुलकर रहने की सलाह दी किंतु पाकिस्तान ने उनकी भाषा को नही समझा तथा समय समय पर गोली या गोले चलाए तो भारत ने उसी भाषा में उसे जवाब दिया तथा पुलवामा के बाद तो भारत का मिग-21 पाकिस्तान की सीमा में जाकर आतंकवादियों के अड्डों पर बम गिराकर उन्हें नष्ट करके आया।
उन्होंने कहा कि आज भारत बदल चुका है और उसकी यह स्थिति बन चुकी है कि यूक्रेन और रूस के बीच की लड़ाई को रोकने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति वाइडन कहते है कि पुतिन को मोदी ही समझा सकते हैं। वह पीएम मोदी से युद्ध रोकने में पहल करने की अपील करते हैं। आज भारत का इम्पोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट बढ़ रहा है। यह अखबार जीतेगा इण्डिया बिल्कुल सही सोच के साथ आया है क्योंकि अब इण्डिया निश्चित रूप से जीतेगा।
उन्होंने कहा, भारत इस धरती की सामरिक शक्ति बनकर विश्व को जीतेगा। विश्व के लोगों का दिल जीतेगा, विश्व गुरू बनकर लोगों के दिल को जीतेगा। डा शर्मा ने विपक्ष से इस अवसर पर आलेाचना का मार्ग न अपनाने की सलाह दी। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई की कि जिस अखबार का आज विमोचन किया जा रहा है वह लोगों की आवाज बनेगा क्योंकि अखबार के पहले ही अंक में इसकी झलक मिलती है।
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उन्होंने कानपुर की प्रगति में गिरावट का जिक्र करते हुए लाल इमली के बन्द होने का उदाहरण दिया और कहा कि जिस लाल इमली के कपड़ों की पूरे देश में अलग पहचान थी, साम्यवादी लोगों के कारण वह बन्द हुई क्योंकि इस प्रकार के लोग प्रगति के खिलाफ चलते हैं। यहां की सांसद भी एक साम्यवादी बन गई थीं जिन्होंने कर्मचारियों एवं मिलमालिको के संबंध बिगाड़ने का कार्य किया।
इस सबका परिणाम यह हुआ कि कानपुर की प्रगति का मार्ग अवरूद्ध होता गया। उन्होंने कहा कोकाकोला, ब्रिटेनिया, कैम्पाकोला आदि का विरोध तो नही हुआ किंतु जब रामदेव आए तो उनका विरोध उसी लाबी ने करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के उ़द्योगों के भी बढ़ने का पूरा अधिकार है क्योंकि उनमें हिंदुस्तानियों को नौकरी मिलेगी। किंतु विश्व का एक ऐसा संगठन है जो भारत के बढ़ने का विरोध करता है।
आज इसी कारण समाचार पत्र का दायित्व बढ़ जाता है। विश्व में ऐसे लोग हैं जिनका कोई कार्यालय नहीं है कोई पता नही है उसका नाम हिडेनबर्ग है। उसने विश्व की अब तक 15 कम्पनियों को बन्द करा दिया है। जब अंत में कुछ नही निकलता है तो वह अपनी रिपोर्ट में लिख देता हैं कि यह रिपोर्ट मेरा सुझाव है। आज वह देश के एक उद्योगपति के खिलाफ भी ऐसा कर रहा है। जब कि हकीकत यह है कि अंत में हिडेनवर्ग की रिपोर्ट झूठ का पुलिन्दा साबित होती है। वह अपनी रिपोर्ट में यह लिखते हैं हम इसके सत्य होने का दावा नहीं करते। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज समाचार पत्र की बहुत अधिक उपयोगिता है। आज प्रचार प्रसार बहुत आवश्यक है। समाचार पत्र समाज का प्रहरी होता है। उन्हेांने सकारात्मकता को बढ़ावा देने और नकारात्मकता को समाप्त करने की भी सलाह उपस्थित जन समुदाय को दी।
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उन्होंने कानपुर सर्व ब्राह्मण विकास परिषद द्वारा आयोजित ब्राह्मण समागम समारोह एवं पदाधिकारी शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। कानपुर में आयोजित कार्यकर्ता समागम में सहभागिता तथा श्रीमद् भागवत कथा में भी सहभागिता की। इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद सलिल विश्नोई, अरुण पाठक विधायक महेश त्रिवेदी सुरेंद्र मैथानी, पूर्व महापौर प्रमिला पांडे विधायक रघुनंदन भदोरिया प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा बासित अली, उपाध्यक्ष श्सलीम अहमद, अमील शमशी पूर्व महापौर रविंद्र पाटनी, शिक्षक प्रकोष्ठ के दिवाकर मिश्रा, अखबार के संपादक जमीर सिद्दीकी प्रबंध निदेशक प्रवीण कुमार जैन, प्रेस क्लब के अध्यक्ष अवनीश दीक्षित वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेश अवस्थी, युवा मोर्चा के प्रमोद शशांक मिश्रा शिवांग मिश्रा मिहिर मिश्र एवं आशुमेंद्र उपस्थित रहे।