अमेरिका में एक भारतीय मूल के युवक को व्हाइट हाउस पर हमले का दोषी ठहराया गया है। युवक पर एक ट्रक से व्हाइट हाउस पर हमले का दोष सिद्ध हुआ है और नाजी विचारधारा से प्रभावित होकर उसने इस हमले को अंजाम दिया। कोर्ट 23 अगस्त को उसकी सजा का एलान करेगा। दोषी युवक की पहचान साई वर्शिथ कंडुला (20 वर्षीय) के रूप में हुई है, जो मिसौरी के सेंट लुईस इलाके का रहने वाला है।
नाजी विचारधारा से प्रभावित होकर किया हमला
अमेरिका के अटॉर्नी मैथ्यू ग्रेव्स ने सोमवार को यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि कंडुला ने नाजी विचारधारा से प्रभावित होकर लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को हटाकर तानाशाही लाने की मंशा से व्हाइट हाउस पर हमला किया। कंडुला ने जांच कर्ताओं के सामने स्वीकार किया कि अपने उद्देश्य को पाने के लिए वह अमेरिकी राष्ट्रपति और अन्य नेताओं की हत्या करने से भी पीछे नहीं हटता।
क्या है पूरा मामला
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, कंडुला ने 22 मई 2023 की दोपहर को सेंट लुईस से एक विमान द्वारा वॉशिंगटन डीसी पहुंचा। कंडुला शाम करीब 5.20 बजे डलास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा और शाम करीब साढ़े छह बजे उसने एक ट्रक किराए पर लिया। ट्रक किराए पर लेकर वह व्हाइट हाउस के लिए निकल गया। रास्ते में वह खाने और गैस के लिए रुका। रात करीब साढ़े नौ बजे कंडुला वॉशिंगटन डीसी पहुंचा और वहां एच स्ट्रीट पर नॉर्थवेस्ट और 16वीं स्ट्रीट नॉर्थवेस्ट के चौराहे पर व्हाइट हाउस की सुरक्षा में तैनात बैरिकेड से ट्रक को टकर दिया।
इसके बाद कंडुला पर आरोप है कि उसने ट्रक को फुटपाथ पर चढ़ा, जिससे फुटपाथ पर चलने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद फिर से कंडुला ने ट्रक को एक और बैरिकेड से टकराया, जिससे ट्रक खराब होकर बंद हो गया। कंडुला ट्रक से उतरा और उसने अपने बैग से एक बैनर निकाला, यह बैनर लाल और सफेद रंग का बना था और इस पर नाजी स्वास्तिक भी बना था। यूएस पुलिस ने कंडुला को मौके से गिरफ्तार कर लिया।