धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक समरसता के प्रतीक पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के जन्मदिन 15 अक्टूबर को “अंतर्राष्ट्रीय सद्भावना समारोह” का ऑनलाइन आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सद्गुरु श्री रितेश्वर जी महाराज वृंदावन धाम ने कहा कि मानव जीवन की सर्वोच्च उपलब्धि यही है कि व्यक्ति अपनी आत्मा को विकसित करें और मानव मात्र में एकता की अनुभूति करें। ऐसा कर सकने वाले लोग ही सच्ची सद्भावना की अनुभूति कर सकते हैं।
अति विशिष्ट अतिथि के रूप में कनाडा से भाग लेने वाले विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान कनाडा के संस्थापक डॉक्टर स्वामी सत्य प्रकाश जी ने कहा कि पंडित बद्री प्रसाद पाण्डेय ने मानवता और सर्व धर्म समभाव के संदेश को पहले अपने जीवन में उतारा उसके बाद संपूर्ण मानव जाति को इसका उपदेश किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग ले रहे योग विश्वविद्यालय नासिक के वाइस चांसलर विश्वास माण्डलिक ने कहा कि योग को अपने जीवन शैली में उतारने से व्यक्ति को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुष्टि की भी अनुभूति होती है, और तभी व्यक्ति के अंदर सद्भावना का विकास होता है।
इटालियन योगा टीचर एंटोनिएटा रोजी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस प्रकार से योग कोई धर्म में नहीं बल्कि जीवन शैली है उसी प्रकार से सद्भावना भी एक जीवन पद्धति है और सच्चे योगाभ्यासी के मन में मानवता का प्रकाश होता है। जैन मुनि ऋषि प्रवीण ने कहा कि महावीर के बताए रास्ते से मानवता और चरित्र निर्माण हो सकता है। केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय में वित्त निदेशक के पद से अवकाश प्राप्त आर के पाण्डेय ने कहा कि पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय ऐसे महापुरुषों के बताए रास्ते पर चलकर ही समाज में शान्ति और सद्भावना कायम हो सकती है।
आर्ट ऑफ लिविंग के स्वामी परम तेज ने कहा कि जो व्यक्ति सही अर्थ में धार्मिक होता है वह जाति और मजहब के बहुत ऊपर उठ जाता है और मनुष्य मात्र में एकता का अनुभव करता है। नेहरू युवा केंद्र संगठन के पूर्व निदेशक डॉ चंद्रशेखर प्राण ने कहा धार्मिक सिद्धान्तों को अपने जीवन में उतार कर पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय ने युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया, जिस पर चलकर हम अच्छे समाज की रचना कर सकते हैं।
मौलाना हयात उल्लाह साहब ने बताया कि उन्होंने पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के साथ कई बड़े मंचों को साझा किया और यह अनुभव किया कि अगर पण्डित जी के विचारों को ठीक से प्रसारित किया जाए तो समाज में शान्ति और सद्भावना कायम हो सकती है। पूर्व डीआईजी कैप्टन एसके पाण्डेय ने कहा आध्यात्मिक जीवन में मजबूती से स्थापित होकर ही हम अपने सांसारिक और सामाजिक जीवन को भी सुखद बना सकते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर शक्ति कुमार पाण्डेय ने समस्त आगन्तुक अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के और अनुयाई उनके पद चिन्हों पर चलकर समाज में सद्भावना को प्रसारित करने का काम कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार मिश्रा ने किया और आभार ज्ञापन आयोजन समिति के अध्यक्ष लालता प्रसाद पाण्डेय ने किया।