अमेरिका अपने एक हजार सैनिकों को सीरिया Syria में ही रखेगा। इस आशय की जानकारी द वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट से मिली। अमेरिकी प्रशासन के अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
Syria में इस्लामिक स्टेट
योजना के मुताबिक, सीरिया Syria में इस्लामिक स्टेट (आईएस) का अंतिम गढ़ ध्वस्त होने के बाद सैनिकों की वापसी शुरू हो जाएगी। युद्धग्रस्त सीरिया में अमेरिका के अभी दो हजार सैनिक तैनात हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस बारे में अंतिम निर्णय लेना अभी बाकी है।
बीते 21 फरवरी को व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया था कि सीरिया छोड़ने से पहले अमेरिका अपने दो सौ सैनिकों को वहीं रखेगा। पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सारे सैनिकों को वापस बुला लेने की घोषणा की थी।
ट्रंप के इस अचानक कदम से नाराज रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। इससे पहले दिसंबर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ जीत का ऐलान करते हुए सीरिया से तुरंत अपने 2000 से ज्यादा सैनिक वापस बुलाने का ऐलान किया था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने स्टाफ को सीरिया से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया को जल्द से जल्द और तेजी से पूरा करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट को हरा दिया है। ट्रंप प्रशासन इस प्रक्रिया को पूरा करने के समय में बदलाव करता रहा है। उसका कहना है कि अप्रैल के अंत तक ज्यादातर सैनिक वापस आ जाएंगे।