बछरावां/रायबरेली। स्थानीय कस्बे में नवगठित अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल द्वारा 20 व 21अप्रैल को किया गया ।स्वैच्छिक बंदी का आवाहन पूरी तरह विफल रहा। चंद किराना की दुकानों के अलावा पूरी बाजार खुली रही साप्ताहिक बाजार का दिन होने के कारण मंगलवार को पूर्व की भांति सब्जी मंडी लगी और लोगों द्वारा जमकर खरीददारी की गई।
ज्ञात हो उक्त व्यापार मंडल का एक अनुषांगिक संगठन किराना एसोसिएशन है । दोनों के द्वारा संयुक्त रुप से कोरोना महामारी को देखते हुए व्यापारियों से 2 दिन की बंदी करने का आवाहन किया गया था।जबकि इस संदर्भ में पूर्व से संचालित उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल द्वारा किसी प्रकार की ना तो कोई बंदी की घोषणा की गई थी और ना ही स्वैच्छिक बंदी का विरोध ही किया गया था।
परंतु व्यापारियों द्वारा अनुरोध करने वाले व्यापार मंडल का बहिष्कार करते हुए पूर्णरूपेण से दुकानें खोली गई और तो और दाल मंडी पूरी तरह गुलजार रही कुछ किराना व्यवसाई यों द्वारा भी अपनी दुकानें खोली गई दरअसल इस व्यापार मंडल का मुख्य घटक किराना एसोसिएशन है। मौजूदा समय में एक दिवसीय लॉकडाउन की घोषणा होते ही जो गुटका मसाले व अन्य कुछ आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ा दिए गए इसके लिए लोगों ने किराना एसोसिएशन को जिम्मेदार ठहराया।
गौरतलब है कि मौजूदा समय में गुटका मसाला खाने वालों की काफी तादात है और अचानक इसकी महंगाई का श्रेय लोगों ने किराना एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों जिनके पास इनकी एजेंसी है। उनके सर ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया और यही कारण रहा कि लोगों द्वारा इस व्यापार मंडल के अनुरोध को नहीं माना गया। यह भी देखने को मिला कि कुछ किराना व्यापारी सामने से तो शटर बंद किए हुए थे परंतु पिछले दरवाजे से अपनी दुकानें संचालित कर रहे थे कुल मिलाकर व्यापार मंडल द्वारा घोषित बंद फ्लॉप शो बनकर रह गया।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा