महोबा में खनन व्यापारी की मौत के मामले में फरार चल रहे आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार (IPS Manilal Patidar) ने सरेंडर कर दिया है. शनिवार को लखनऊ के अपर जिला सत्र न्यायाधीश/ भष्टाचार निवारण अधिनियम लोकेश वरुण की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
लगभग दो सालों से फरार चल रहे मणिलाल पाटीदार की बर्खास्तगी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को सिफारिश की थी। निलंबित आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर आरोप है कि उन्होंने महोबा में एसपी रहते जमकर धनउगाही की। पाटीदार अपने कॅरियर की शुरुआत से ही बदनाम होने लगे थे।
उन पर भ्रष्टाचार और वसूली के कई आरोप लगे लेकिन महोबा के क्रेशर कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद उनके बुरे दिन शुरू हो गए। आरोप है कि रिश्वत न देने पर मणिलाल ने इन्द्रकांत को जमकर प्रताड़ित किया।
मणिलाल के इशारे पर पुलिस ने इन्द्रकांत का कारोबार बंद कराने की कोशिश की। उनके ठिकानों पर बेवजह छापामारी की गई। आरोप है कि इन सबसे इन्द्रकांत इतना परेशान हो गए कि उन्होंने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पाटीदार पर वसूली के लिए प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगाए गए थे। पोस्ट डालने के बाद की तारीख में ही इंद्रकांत पर फायरिंग हो गई।