भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और व्यस्तता के चलते इंसान अपनी सेहत का भी ध्यान नहीं रख पाता, ऐसे में उसे कई तरह की बीमारियों ने घेर लिया है. इन्हीं में से एक है हार्ट अटैक. हार्ट अटैक के चलते कई बार इंसान की जान इतनी जल्दी चली जाती है कि उसे इलाज का मौका तक नहीं मिलता. कई बार हार्ट अटैक के रोगी की जान तो बच जाती है लेकिन उसकी मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं. ऐसे में उसे काफी तकलीफ होती है. लेकिन एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ‘विटामिन ई’ से हार्ट अटैक से मांसपेशियों को हुए नुकसान से बचा जा सकता है.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के बेकर हार्ट ऐंड डायबीटीज इंस्टिट्यूट के शोधकर्ता पीटर ने इस रिसर्च में दावा किया है. उन्होंने कहा है कि ‘विटामिन ई’ में एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो मांसपेशियों के लिए काफी फायदेमंद होता है. जिसकी पहली रिसर्च चूहों पर की गई थी. जिसमें चूहों को अल्फा टोकोफेरोल दिया गया था. जो विटामिन ई का सबसे असरदार प्रकार है. चूहों को अल्फा टोकोफेरोल देने के बाद देखा गया कि क्या इसका असर चूहों के हार्ट पर पड़ता है या नहीं.
इस रिसर्च में पाया गया कि अल्फा टोकोफीरोल देने के बाद चूहों का हार्ट फंक्शन काफी बढ़ गया. अब इस शोधकर्ता इस रिसर्च को इंसानों पर भी कर सकते हैं और यदि आप अपनी हड्डियों को मजबूत रखने के लिए सप्लिमेंट्स का सेवन करते हैं. तो आप इसका सेवन करना छोड़ दें. यह आपके हार्ट के लिए बेहद नुकसान दायक साबित हो सकता है.
क्योंकि कैल्शियम की सप्लिमेंट्स लेने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है. हाल ही में एक रिसर्च किया गया जिसमें करीब 24 हजार लोगों को शामिल किया गया. इनमें सभी लोगों की उम्र 35 से 64 के बीच की थी. शोध में शामिल सभी लोग रोजाना कैल्शियम सप्लिमेंट्स लेते थे. इस अध्ययन में पाया गया कि इन सभी लोगों में हार्ट अटैक की आंशका 86 प्रतिशत पाई गई है.