Breaking News

अगर हृदय रोग और मोटापे से पीड़ित हैं तो अपनाएं ये Exercises

हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के कारण ही हृदय रोगों और मोटापे के होने का खतरा बढ़ता है। एक्सरसाइज के जरिए हम इन समस्याओं का आसानी से सामना कर सकते हैं। बता दें कि दुनिया भर में दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो रही हैं। लोग अपने फैट को इगनोर कर देते हैं, पर शायद वे यह नहीं जानते कि वे इस मोटापे को हल्के में लेकर हार्ट अटैक जैसी खतरनाक बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। आप इन एक्सर्र्साइजेज को अपनाकर हृदय रोग और मोटापे से से बच सकते हैं।

“कार्डियो एक्सरसाइज” -Aerobic exercise cardio
रनिंग, जौगिंग और साइक्लिंग, रोप जंपिंग ये सभी कार्डियो एक्सरसाइज में ही आती हैं। कार्डियो कर हम अपनी शरीर के फैट को आसानी से घटा सकते हैं। कार्डियो करने के साथ हमारी बॉडी का मेटाबॉलिज्म और ब्लड वेसल्स भी ग्रो करता है। कार्डियो करने से हमारा ब्लड प्रेशर और बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन भी तेजी से होता है। साथ ही साथ यह हार्ट और डायबटीस के होने वाले खतरों को भी कम करती है। कार्डियो (cardio) हृदय के आस-पास जमा बॉडी फैट को कंट्रोल करने का काम करता है।

“वेट लिफ्टिंग” (Weight lifting)
वेट लिफ्टिंग के भी अपने कई फायदे हैं। वेट लिफ्टिंग हमारे शरीर की मसल स्ट्रैंथ को बढ़ाता है और साथ ही साथ बोन डैन्सिटी को भी मजबूत करता है। वेट लिफ्टिंग अगर सही तरीके से की जाए तो इसके बहुत से फायदे हैं। वेट लिफ्टिंग ऐसी एक्सरसाइज है जो हफ्ते में 2 दिन की जाए तो बेहतर है। अगर आप शुरुआत में ही हैवी वेट मारेंगे तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। वेट लिफ्टिंग में chest press, shoulder press, triceps जैसी कई एक्सरसाइज आती हैं।

“योग” (Yoga)
योग एक ऐसी देसी एक्सरसाइज है, जिसे कोई भी आसानी से घर बैठ कर भी कर सकते हैं। काफी सारी स्टडी और रिसर्च के बाद यह पता चला है कि रोजाना योग करने वाले लोगों की कई बीमारियां ठीक हुई हैं। योग करने से स्ट्रैस कम होता है। बॉडी का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, वजन घटाने में आसानी होती है। योग से शरीर की एनर्जी भी बरकरार रहती है। बात करें हर्ट से जुड़ी बीमारियों की तो योग हमारे ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों के होने की संभावना कम होती है।

“बैली फैट एक्सरसाइज” (Belly fat Exercise)
यह एक्सरसाइज खासकर वेट कम करने के ही लिए है। यह एसी एक्सरसाइज है जिसे जमीन पर चटाई बिछाकर दोनों घुटनों को मोड़कर शरीर को घुटनों तक ले जाकर फिर वापस लाना होता है। अपने वजन को घटाने के लिए आपको इस एक्सरसाइज के कम से कम 10 से 15 सेट करने होंगे। यह एक्सरसाइज अलग-अलग क्रंचिस में की जा सकती है, जैसे ट्विस्ट क्रंच, साइड क्रंच, रिवर्स क्रंच और साइकिल क्रंच। इन क्रंचों में यह एक्सरसाइज करकर आप तेजी से अपना वजन घटा सकते हैं।

“स्ट्रेचिंग” (Stretching)
अपनी पूरी एक्सरसाइज करने के बाद स्ट्रेचिंग करना बेहद ही फायदेमंद हो सकता है। एक्सरसाइज के बाद स्ट्रैचिंग करने से हमारी मसल्स और बॉडी फ्लैक्सिबल रहती है। स्ट्रेचिंग हमारे पोस्चर को बढ़ाता है और बैक पेन होने से बचाता है। रोजाना स्ट्रेचिंग करने से हमारा रेंज ऑफ मोशन को भी बढ़ाता है। स्ट्रेचिंग फीजिकल एक्टिीविटीज में भी आपकी पर्फ़ॉर्मन्स को बढ़ाने में मदद करती है।

About Aditya Jaiswal

Check Also

बेहद खास है हनुमान जी का ये मंदिर, यहां दर्शन के लिए पार करनी होती हैं 76 सीढ़ियां

भारत के तकरीबन हर राज्य में धार्मिक स्थल हैं। हर धार्मिक स्थल का अपना अलग ...