लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष वसीम हैदर ने कहा कि प्रदेश सरकार के कारनामों का खुलासा अब शुरू हुआ है और इनवेस्टर्स समिटि Investors Summit में केवल फूलों की सजावट पर लगभग ढाई करोड़ का खर्च दिखाया गया जबकि वास्तविक खर्च केवल पैसठ लाख का है,शेष लगभग डेढ करोड़ घोटाले की भेंट चढ गया। यह कारनामा केवल बानगी के रूप में देखा जा सकता है। क्योंकि फूलों की सजावट के अतिरिक्त प्रचार, प्रबन्धन के साथ साथ आये हुये मेहमानों के ठहराव एवं उनकी सेवा पर भी करोड़ों का खर्च किया गया है।
बंद हो चुकी फर्मों को आर्डर : वसीम हैदर
श्री हैदर ने कहा कि जब फूलों की सजावट में डेढ करोड़ का घोटाला हो सकता है तो अन्य मदों पर घोटाले का अनुमान लगाना सहज है। हजारों कोटेशन बंद हो चुकी फर्मों के लगाकर अपनी चहेती फर्मो को आर्डर दिये गये थे। यह भी हो सकता है कि किसी मद पर कोई खर्च न हुआ हो और करोड़ों के बिल पास हो गये हों।
दूध का दूध और पानी का पानी
सरकार का ध्यान केवल उत्तर प्रदेश की राजधानी में अपनी शान शौकत दिखाना था क्योंकि राजधानी की रोशनी प्रदेश के कोने कोने तक जाती है। इस दिखावे में करोड़ों रूपये के घोटाले की दुर्गन्ध आ रही है।
रालोद प्रदेश उपाध्यक्ष ने केन्द्र सरकार से मांग करते हुये कहा कि इन्वेस्टर्स समिटि में किये गये प्रचार और प्रबन्धन एवं अन्य मदों पर किये गये सम्पूर्ण खर्च की जांच सीबीआई से करायी जाय एवं सम्पूर्ण खर्च को सार्वजनिक पटल पर स्पष्ट किया जाय ताकि सरकार की पारदर्शिता सबके सामने आ सके जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।