● लखनऊ में इण्डियन वाटर वर्क्स एसोसियेशन का 54 वॉ वार्षिक अधिवेशन हुआ शुरू
● नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की
● विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे आईएएस रजनीश दूबे और आईएएस अनिल कुमार
● नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव ने नगर विकास मंत्री को उनकी अपेक्षा के अनुसार क्रियाशील योजनाओं को पूरा कराने का आश्वासन दिया
● नव निर्वाचित अध्यक्ष जल निगम के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता ई.पी. के. सिन्हा को अध्यक्ष का मेडल पहनाकर सौंपा गया कार्यभार
लखनऊ। इण्डियन वाटर वर्क्स एसोसियेशन के 54 वॉ वार्षिक अधिवेशन की शुरुआत शनिवार को राजधानी के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुई। मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने इस अवसर पर “जल जीवन मिशन और “अमृत 20” योजनाओं को यूपी में विकास की नई गति देने वाला बताया। साथ ही उन्होंने विगत 05 वर्षों में सम्पादित कराये गये विभिन्न विकास कार्यों का ब्यौरा देते हुए जल निगम के अभियन्ताओं का “जल जीवन मिशन एवं “अमृत 20” की चुनौतियों के अनुरूप कार्य करने का आहवान किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट सम्मानित अतिथि अपर मुख्य सचिव, नगर विकास आईएएस डॉ. रजनीश दूबे, और जल निगम के प्रबंध निदेशक आईएएस अनिल कुमार के साथ अध्यक्ष ई. पी.के. सिन्हा एवं निवृतमान अध्यक्ष डॉ. एन. सत्यनारायन और पदाधिकारी उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र में डॉ. एन. सत्यनारायन ने नव निर्वाचित अध्यक्ष जल निगम के सेवानिवृत्त मुख्य अभियन्ता ई.पी. के. सिन्हा को अध्यक्ष का मेडल पहनाकर कार्यभार सौंपा। इस अवसर पर वर्तमान अध्यक्ष द्वारा हर घर को नल से जल पहुंचाने में आने वाले चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अधिवेशन में इन्ही चुनौतियों हेतु हल खोजा जाना है जिसमें पूरे देश से आये विशेषज्ञों द्वारा 8 एवं 9 जनवरी को मंथन किया जायेगा तथा जो भी मत होगा इनसे शासन को अवगत भी कराया जायेगा।
नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दूबे ने कहा कि जल निगम द्वारा प्रदेश में लगभग 50 वर्ष पूर्व सम्पादित करायी गयी तथा वर्तमान में कियाशील झॉसी-बवीना पेयजल परियोजना तथा अभी हाल में अनेक महत्त्वपूर्ण योजनाओं तथा गाजियाबाद, मेरठ, गंगाजल परियोजना, आगरा-मथुरा गंगाजल परियोजना, रामगढ़ ताल, गोरखपुर का उल्लेख करते हुए नगर विकास मंत्री को आश्वासन दिया कि उनकी अपेक्षा के अनुसार जल निगम, जल जीवन मिशन एवं अमृत 20 की चुनौतियों पर भी खरा उतरेगा। अपर मुख्य सचिव द्वारा आशा व्यक्त की गयी कि इस अधिवेशन के तकनीकी मंथन का लाभ उत्तर प्रदेश की जल समस्याओं के निवारण में अवश्य ही प्राप्त हो सकेगा।
लखनऊ के युवा इन्जीनियर नौशाद अहमद को बृजनन्दन शर्मा पुरस्कार
इस अवसर पर इण्डियन वटर वर्क्स एसोसियेशन द्वारा राष्ट्रीय स्तर के जल से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के लिए पुरस्कार दिये जाते हैं। इस वर्ष जल निर्मलता पुरस्कार पुणे सेआये प्रो. आर. बी. सर्राफ को दिया गया। एस. के. शाह मेमोरियल ट्राफी हैदराबाद सेन्टर के चेयरमैन डा. एन. सत्यानारायन को प्रदान किया गया। डी.आर. मिसे, मेमोरियल शील्ड अहमदाबाद सेन्टर को प्राप्त हुआ। वहीं लखनऊ के युवा इन्जीनियर नौशाद अहमद जो जल निगम में महाप्रबन्धक है को बृजनन्दन शर्मा पुरस्कार से नवाजा गया। हिन्दी में विज्ञान से प्रचारित / प्रसारित करने हेतु अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा विज्ञान भूषण से सम्मानित किये जाने पर एसोसियेशन ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया। नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन के हाथों केवल 10 पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया गया।
उद्घाटन सत्र के पश्चात विश्व प्रसिद्ध जल पुरूष राजेन्द्र सिंह द्वारा मोडक मेमोरियल लेक्चर में तृतीय विश्व युद्ध जलवायु परिवर्तन के विस्थापन की मुक्ति का उपाय भारत है” विषय पर व्याख्यान किया गया है। इस संस्था के एक अन्य महत्वपूर्ण व्याख्यान “रामन इन्डोरमेंट लेक्चर” प्रो० डा० वेंकटेश दत्ता, बी.बी.ए.यू. द्वारा अत्यन्त महत्वपूर्ण लेक्चर वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट विषय को केन्द्र में रखते हुए दिया गया। कार्यक्रम के पश्चात एक तकनीकी सत्र जो पूरी तरह से यूनिसेफ को समर्पित था में चार प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिये गये एक अन्य तकनीकी सत्र में ई.डी.पी. सिंह भूतपूर्व मुख्य अभियन्ता, जल निगम द्वारा जल की गुणता परीक्षण की बारीकियों से अवगत कराया गया जो व्यवहारिक रूप से जल की गुणता का परीक्षण करने में अत्यन्त महत्वपूर्ण होगा। शाम 5:00 बजे इण्डियन वाटर वर्क्स एसोसियेशन की आम सभा का आयोजन किया गया जिसमे सामान्य एजेण्डा के अतिरिक्त देश भर में स्थित 35 सेन्टरों के संचालन के नियमावली में संशोधन भी किया गया जिससे समय की आवश्यकता के अनुसार उपयोगी हो सके।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता