स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को लेकर जारी अश्लील वीडियो की अब फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। जमशेदपुर पुलिस ने इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी है। इस पर मुख्यालय से भी सलाह मांगी गई है।
सूत्रों के अनुसार वायरल वीडियो को भोपाल के फोरेंसिक लैब भेजने के लिए पुलिस जल्द ही कोर्ट में अर्जी देगी। जांच टीम के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता से यूआरएल मांगा गया है। विभिन्न सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो के यूआरएल की जांच की जाएगी।
साथ ही वीडियो के वास्तविक यूआरएल की भी जांच होगी, ताकि उसके स्रोत का पता चल सके। पुलिस सबसे पहले एफआईआर को कोर्ट भेजेगी ताकि जांच आगे बढ़ाई जा सके। पुलिस सूत्रों की मानें तो वैसे सभी लोगों से पूछताछ संभव है जिसने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को वायरल किया है।
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि लगता है स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता हनी ट्रैप के शिकार हुए हैं। यह वीडियो भाजपा के सांसद ने जारी किया। उन्हें यह कैसे मिला इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस प्रकरण में स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा देते हैं, तो यह उनकी महानता होगी। वहीं, राजद के प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने कहा कि इस प्रकरण में भाजपा का षड्यंत्र नजर आता है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जांच में अगर स्वास्थ्य मंत्री दोषी पाए जाते हैं तो निश्चित ही कार्रवाई होनी चाहिए।
पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि हमने मामले की जांच शुरू कर दी है और निर्देशित किया है कि वीडियो क्लिप और यूआरएल के आधार पर जांच करें। साथ ही समुचित कानूनी कार्रवाई करें।