आतंकवादियों की मदद करने एवं देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोपी जम्मू कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह को शुक्रवार 19 जून को जमानत मिल गई है. दिल्ली पुलिस निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई, जिसके कारण डीएसपी दविंदर सिंह को दिल्ली की अदालत से जमानत मिल गई है.
इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने पिछले महीने दविंदर सिंह की न्यायिक हिरासत 16 जून तक के लिए बढ़ा दी थी. दविंदर सिंह को श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर एक वाहन में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को ले जाते हुए इस साल के प्रारंभ में गिरफ्तार किया गया था.
ऐसे हुआ था गिरफ्तार
दविंदर को जनवरी 2020 में गिरफ्तार किया गया था. कुलगाम जि़ले में सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ऑफिसर दविंदर सिंह को दो आतंकी के साथ गिरफ्तार किया था. ऑफिसर और आतंकी को उस वक्त पकड़ा गया, जब ये तीनों एक साथ एक कार में सवार होकर कहीं जा रहे थे. पुलिस के मुताबिक, दविंदर के हिजबुल मुजाहिदीन के दो मोस्टवांटेड आतंकी पीछे की सीट पर बैठे थे.
आतंकियों को देता था पनाह
सूत्रों के मुताबिक, दविंदर ने आतंकियों को पनाह देने के लिए तीन अलग-अलग घर बना रखे थे. दविंदर ने न सिर्फ अपने श्रीनगर के इंदिरानगर के घर पर आतंकियों के रहने का इंतजाम किया, बल्कि चानपोरा और सनत नगर इलाकों में भी उनके रहने की व्यवस्था की. आरोप है कि ये घर निर्दोष लोगों को आतंकवाद के मामले में फंसाकर उनसे लिए गए पैसे से बनाए गए.
28 साल पहले भी हुआ था सस्पेंड
दविंदर सिंह को लेकर एक और खुलासा सामने आया है. साल 1992 में दक्षिण कश्मीर में ट्रक में ड्रग्स की खेप बरामद करने के साथ तस्कर भी पकड़ा गया था. आरोप है कि बाद में पैसे लेकर उसने मामला खत्म कर दिया और ड्रग्स भी बेच डाली. इस मामले की जांच हुई और दविंदर को सस्पेंड कर दिया गया. बाद में उसने माफी मांग ली और उसे फिर से बहाल कर दिया गया.