उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बीजेपी नेताओं एक बड़ा अनोखा चेहरा सामने आया है। खबरों की मानें तो यहां कंबल विरण कार्यक्रम के दौरान विधायक शशांक त्रिवेदी और सांसद रेखा वर्मा के बीच बहस होने से इनके समर्थक भी भिड़ गए। देखते ही देखते सांसद रेखा वर्मा ने विधायक और उनके समर्थकों पर जूती निकालकर तान दी। ये कोई पहली बार नहीं है। नेता तो जनता की जूते-चप्पल का शिकार हो चुके हैं।
एक ही पार्टी के कार्यकर्ता सीतापुर में
सीतापुर मे जूता चलाने की घटना कोई नई बात नहीं है, यहां तो एक ही पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़े, बीते साल जनवरी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ भी जूताकांड हो चुका है।
- हरियाणा के रोहतक में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल रैली करने गए थे।
- इसके पहले भी इन पर जूता फेंका जा चुका है।
जीतन राम मांझी
- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को उनके द्वारा लगाए जानें वाले जनता दरबार में एक युवक ने जूता फेंका था।
- यह घटना साल 2015 की है। छपरा बिहार के रहने वाले इस शख्स का नाम अमित बोस था।
मनमोहन सिंह
- अप्रैल 2009 में भी एक जूता कांड चर्चा में रहा है।
- उस समय देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसका शिकार हुए थे।
- इलाहाबाद में एक चुनावी सभा के दौरान मनमोहन पर एक रैली में जूता फेंका गया था।
पी.चिदंबरम
- इस लिस्ट में देश के जाने-माने नेताओं में गिने जाने वाले पी.चिदंबरम का नाम भी शामिल है।
- वह भी जूता मिसाइल का सामना कर चुके हैं।
- पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर वर्ष 2009 में पत्रकार जरनैल सिंह ने जूता फेका था।
लाल कृष्ण आडवाणी
- बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी भी जूते का शिकार हो चुके है।
- वर्ष 2009 में मध्यप्रदेश के कटनी में नेता लाल कृष्ण आडवाणी पर चप्पल फेंकने का मामला सामने आया था।
- यह चप्पल बीजेपी नेता पावस अग्रवाल ने ही फेंकी थी।