मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का बखूबी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया था। प्रायः इन सभी का गरीब और वंचित वर्ग से सीधा संबन्ध था। अनेक योजनाएं उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उनको सुविधाएं उपलब्ध पहुंचाने के लिए थी। योगी आदित्यनाथ ने इन पर अमल किया। यही कारण है कि अनेक क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश ने तीन वर्ष में कीर्तिमान स्थापित किये है। यहां के करोड़ों गरीबों तक सरकारी योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ पहुंच रहा है। इसमें निर्धन आवास योजना भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवास सभी की बुनियादी जरूरत है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना लागू की गई। इसके तहत देश में बड़ी संख्या में गरीबों और वंचितों को लाभ मिला। उत्तर प्रदेश में लगभग तीस लाख गरीब परिवार पिछले तीन वर्ष के दौरान इस योजना के तहत लाभान्वित हुए। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अन्तर्गत 21,562 लाभार्थियों को आवास निर्माण की कुल लागत 260.65 करोड़ रुपये के सापेक्ष प्रथम किस्त की धनराशि 87 करोड़ रुपये का ऑनलाइन हस्तान्तरण किया।
महत्वाकांक्षी योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रदेश सरकार की अत्यन्त महत्वाकांक्षी योजना है।अनेक वर्गों के बेघर गरीबों को आवास देने का प्रयास निरन्तर चल रहा है। अब तक कुल 72,302 परिवारों को इस योजना से आच्छादित किया जा चुका है। आवास निर्माण की धनराशि के अतिरिक्त,शौचालय निर्माण के लिए बारह हजार रुपए, स्वच्छ भारत मिशन मनरेगा से उपलब्ध करायी जाती है। इसके अतिरिक्त, मनरेगा योजना से प्रति आवास लाभार्थी को नब्बे से पंचानबे दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाता है।
अन्य योजनाओं का लाभ
इस आवास योजना के लाभार्थी को सौभाग्य योजना के अन्तर्गत निःशुल्क विद्युत कनेक्शन एवं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन भी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराए जाते हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अन्तर्गत लाभार्थी द्वारा स्वयं पच्चीस वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में आवास निर्माण कराना होता है। इस मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को प्रथम किस्त की धनराशि के ऑनलाइन अन्तरण से 21,562 परिवारों को लाभान्वित किया गया है। उन्हें इसके तहत आवास निर्माण की कुल धनराषि 260.65 करोड़ रुपए में से, प्रथम किस्त की 87 करोड़ रुपए की धनराशि ऑनलाइन अन्तरित की गयी है। मुख्यमंत्री ने लाभार्थीपरक उज्ज्वला योजना,आयुष्मान भारत योजना,सौभाग्य योजना, स्वरोजगार के कार्यक्रमों डेयरी,मुर्गी,बकरी पालन इत्यादि शामिल हैं,से लाभान्वित करने के भी निर्देश दिए।
सुपोषण हेतु गोवंश
योगी आदित्यनाथ सुपोषण हेतु गौ वंश के संरक्षण पर ध्यान देते है। इसके लिए प्रदेश में गौ संरक्षण केंद्र संचालित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के पात्र लोगों को कुपोषण से बचाने के लिए एक एक स्वस्थ गोवंश दिया जाए। राज्य सरकार निराश्रित गोवंश को पालने वालों को नौ सौ रुपए प्रति गोवंश प्रति माह की सहायता प्रदान करती है।
शर्त यह है कि गोपालक इनकी पूरी देखरेख करे। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि आवास निर्माण के लिए अंतरित की गई धनराशि अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए ही खर्च की जाए। कार्यक्रम को ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह’ तथा ग्राम्य विकास राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल ने भी सम्बोधित किया।