कोलकाता में जूनियर डॉक्टर दुष्कर्म और हत्या की शिकार महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। इस वारदात को तीन महीने पूरे हो चुके हैं। अब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक ने आरोप लगाया कि आरजी कर मुद्दे पर जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन को राज्य में वामपंथी दलों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।
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’14 अगस्त तक हमारी पार्टी आंदोलन में लोगों के साथ थी’
अशोकनगर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक नारायण गोस्वामी ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के विरोध में 14 अगस्त तक उनकी पार्टी के समर्थकों सहित आम लोग गैर-राजनीतिक आंदोलन में शामिल थे।
माकपा जैसी पार्टियों ने फायदा उठाने की कोशिश की
गोस्वामी ने आरोप लगाया कि हालांकि, मुश्किल हालात का फायदा उठाने के लिए माकपा जैसी वामपंथी पार्टियां धीरे-धीरे घटनास्थल पर आ गए और बाद में अपनी अग्रिम शाखाओं को शामिल करके आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिश की।
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उन्होंने कहा, इसके बाद की घटनाएं- जूनियर डॉक्टरों का धरना, आमरण अनशन कार्यक्रम, ‘द्रोहो’ कार्निवल (दुर्गा पूजा कार्निवल के खिलाफ विरोध रैली), शनिवार (नौ नवंबर) की रैली, ये सभी संकेत हैं कि आंदोलन को वामपंथी दलों और उनके अग्रणी संगठनों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। दक्षिणपंथी भाजपा ने भी राज्य को अस्थिर करने की योजना में वामपंथियों के साथ हाथ मिला लिया है, जो सफल नहीं होगा।’
क्या बोले थे अनिकेत महतो?
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के प्रमुख सदस्यों में से एक अनिकेत महतो ने पहले कहा था कि जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन को राज्य के आम लोगों का समर्थन प्राप्त है, जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की गंदगी को साफ करना चाहते हैं और ‘अभया’ के लिए न्याय चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले तीन महीनों में किसी भी राजनीतिक दल को अपने आंदोलन के मंच पर नहीं बैठने दिया था। लोगों के आंदोलन के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के कोई भी नेता जो कुछ भी कहें, लोगों को फैसला करने दें।’
आठ अगस्त की रात महिला के साथ दरिंदगी की वारदात
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना आठ अगस्त की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। उसने आठ अगस्त अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद दोस्तों के साथ डिनर किया।
इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। घटना के अगले दिन नौ अगस्त की सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया, जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की वारदात की पुष्टि हुई थी।