कर्नाटक के पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली मामले में पीड़िता ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से जांच अपनी निगरानी में कराने को लेकर पत्र लिखा है। सेक्स फॉर जॉब से जुड़े इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। विपक्षी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भी कर्नाटक सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस बीच कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और जरकीहोली के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिली है।
गौरतलब है पीड़िता ने रविवार को लिखे गए पत्र में कोर्ट से अनुरोध किया कि इस गंभीर मामले में उसकी जान को खतरा है। इस मामले की चीफ जस्टिस अपनी निगरानी में जांच कराए और कर्नाटक सरकार को उसे सुरक्षा देने का निर्देश देते हुए न्याय सुनिश्चित करें। महिला ने आरोप लगाया है कि केस की जांच कर रही एसआईटी पूरी तरह से जरकीहोली के प्रभाव में काम कर रही है। कर्नाटक सरकार भी जरकीहोली का बचाव कर रही है, ऐसे में उसे जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं रह गया है।
मालूम हो दुष्कर्म पीड़िता होने का दावा करते हुए महिला ने कुब्बन पार्क थाने में रमेश जरकीहोली के खिलाफ शिकायत दी है, जिसके आधार पर एक एफआईआर दर्ज की गई है। महिला ने कहा कि जरकीहोली प्रभावशाली व्यक्ति हैं और पहले भी सार्वजनिक रूप से उन्हें धमका चुके हैं। इसलिए वो अपने खिलाफ लगे आरोपों को हटाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।