लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक Ram Naik ने कासगंज की घटना को दर्दनाक करार देते हुए इसे उत्तर प्रदेश के माथे का कलंक बताया है। राज्यपाल ने प्रदेश सरकार निर्देशित करते हुए कहा की वो किसी भी हालत में कानून व्यवस्था को दुरूस्त रखे,ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं घटित ना हो। नाईक ने कहा कि तिरंगा यात्रा के नाम पर ऐसी घटना प्रदेश के लिए शर्मनाक है। सरकार कासगंज हिंसा पर उचित कार्यवाही करे,तकि आगे से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
36 घंटे के दौरान शहर में कोई अप्रिय घटना नहीं
- राज्यपाल ने कहा कि कासगंज में जो हुआ वह हम सभी के लिए शर्म की बात है।
- सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे कहीं और ऐसी घटना ना हो सके।
- पिछले 36 घंटे के दौरान शहर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
- जिलाधिकारी आर.पी. सिंह ने बताया आरोपियों की धरपकड़ जारी है।
प्रमोद तिवारी ने घटना को साजिश करार दिया
- कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने घटना को साजिश का नतीजा है।
- इसकी जांच उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश से कराने की मांग की।
- उन्होंने कासगंज की हिंसा को पूरी तरह प्रदेश सरकार की नाकामी करार दिया।
बाकी की उंगलियां आपकी तरफ
- प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष ने हमेशा तुष्टीकरण का परिचय दिया।
- उन्होंने कहा सपा के शासनकाल में एक जाति विशेष के लिये ही नौकरियां बनती थीं।
- धर्म विशेष के लोगों पर मुकदमे नहीं दर्ज होते थे।
- बसपा ने भी कोई अलग परिचय नहीं दिया।
- सपा बसपा जब भाजपा सरकार पर उंगली उठाते हैं तो उनकी बाकी की उंगलियां उनकी तरफ ही इशारा करती हैं।
फसाद कराने की साजिश
- सपा नेता नरेश अग्रवाल ने इस घटना को सरकार के अंदर चल रही ‘उठापटक’ से जुड़े होने का शक जाहिर किया।
- उन्होंने कहा कि इससे साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश में सरकार और कानून नाम की चीज नहीं है।
- लोकसभा चुनाव से पहले हिन्दू-मुस्लिम के बीच फसाद कराने की साजिश रची जा रही है।