वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर समेत 1475 करोड़ की सौगात दी। सुबह 10:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बाबतपुर एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की।
काशी के प्रबुद्ध जनों को पीएम ने संबोधित करते हुए कहा कि लंबे समय बाद आपके बीच आने का मौका मिला है। बनारस का मिजाज ऐसा है कि अरसा भले लंबा हो जाए लेकिन शहर मौका मिलने पर एक साथ रस भरकर दे देता है। काशी ने बुलाया तो एक साथ विकास कार्यों की झड़ी लगा दी।
- वाराणसी में सैकड़ों करोड़ की योजनाओं का हुआ शिलान्यास
- इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में रोपा रुद्राक्ष का पौधा
उन्होंने कहा, महादेव के आशीर्वाद से काशी वासियों ने विकास की गंगा बहा दी है। सैकड़ों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। काशी का वैभव आधुनिक स्वरूप के अस्तित्व में आ रहा है। बाबा की नगरी थमती और रुकती नहीं है। स्वभाव को सिद्ध किया है। कोरोना में दुनिया ठहर गई तो काशी संयमित हुई अनुशासित हुई लेकिन सृजन और विकास की धारा बहती रही। काशी के विकास के आयाम इंटरनेशनल सेंटर रुद्राक्ष आज इसी रचनात्मकता और गतिशीलता का परिणाम है। काशी के हर जन को बधाई देता हूं।
यूपी के दौरे पर प्रधानमंत्री, बहाई विकास की गंगा
पीएम ने भारत के परम मित्र जापान को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने जापान के पीएम का संदेश देखा। जापानी समकक्ष को धन्यवाद देते हुए कहा, भारत ने जापान के कल्चर पर परफेक्शन और प्लानिंग के साथ काम किया और आज भव्य इमारत काशी की शोभा बढ़ा रही है। जो भविष्य की संभावनाओं का स्रोत है। अपने मन पर जापान से ऐसे ही सांस्कृतिक संबंध की रूपरेखा खींची थी। आज विकास के साथ दोनों देशों के रिश्तों में मिठास का अध्याय लिखा जा रहा है। रुद्राक्ष के साथ ही गुजरात में भी जापानी गार्डन और अकादमी का लोकार्पण हुआ था। वैसे ही जैन गार्डन भी दोनों देशों के बीच सुगंध फैला रहा है।
कला जगत के लोग कशी को दे रहे प्राथमिकता-
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज लोग देश विदेश से यहां आना चाहते हैं। सुविधा मिले तो कला जगत के लोग बनारस को प्राथमिकता देंगे। रुद्राक्ष उन्हीं को साकार करेगा और केंद्र बनेगा। बनारस में कवि सम्मेलन के फैन दुनिया में हैं। इस सेंटर में 1200 लोगों के बैठने की सुविधा है, पार्किंग और दिव्यांगों के लिए सुविधा है। हैंडीक्राफ्ट और शिल्प को पहचान मिल रही है। कारोबारी गतिविधि भी बढ़ रही है। इसका उपयोग बिजनेस में किया जा सकता है। काशी का पूरा क्षेत्र साक्षात शिव हैं। सारी विकास परियोजनाओं से काशी का श्रृंगार हो रहा है तो बिना रुद्राक्ष के कैसे पूरा हो सकता था।
पीएम ने पौधा रोपकर कन्वेंशन सेंटर का किया उद्घाटन-
रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर पहुंचकर पीएम नरेंद्र मोदी ने परिसर में रुद्राक्ष का एक पौधा रोपकर इस भवन का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया। इस दौरान जापान सरकार की ओर से प्रतिनिधि के रूप में भारत में जापान के राजदूत सातोशी सुजुकी भी मौजूद रहे। भवन का लोकार्पण करने के बाद पूरे परिसर का पीएम ने निरीक्षण करने के बाद प्रबुद्ध जनों को संबोधित भी किया। इस दौरान जापानी निर्माण प्रतिनिधि मंडल भी मौजूद रहा।
जापान अधिकारी रहे मौजूद-
रुद्राक्ष में आयोजन के दौरान जापानी दूतावास के मेहमान सुजुकी सातोषी राजदूत जापान, चीकागे सुजुकी, कियोस काजुहीरो, ओदा आकारी मौजूद रहे । वहीं जायका के आमंत्रित प्रतिनिधि मात्सूमोतो कात्सुओ, आकामिन केंग मौजूद रहे।
इन परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास
-केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं टेक्निकल इंस्टीट्यूट (सिपेट) का स्किलिंग एंड टेक्निकल सपोर्ट सेंटर (सीएसटीसी) महगांव में – 48.14 करोड़
-आईटीआई महगांव – 14.16 करोड़
-राजघाट प्राथमिक विद्यालय आदमपुर जोन – 2.77 करोड़
-सिस वरुणा में वाटर सप्लाई परियोजना – 108.53 करोड़
-ट्रांस वरुणा में वाटर सप्लाई परियोजना – 19.49 करोड़
-वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भेलूपुर सोलर पावर – 17.24 करोड़
-सिस वरुणा में पेयजल संचालन पर कार्य – 7.41 करोड़
-कोनिया घाट क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाने से जुड़ी परियोजना – 15.03 करोड़
-नगर के घाट पर पंपिंग स्टेशन, सीवेज पंपिंग आदि – 9.64 करोड़
-कोनिया पंपिंग स्टेशन पर 0.8 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट-5.89 करोड़
-मुकीमगंज व मछोदरी क्षेत्र में सीवर लाइन परियोजना – 2.83 करोड़
-लहरतारा चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे अरबन प्लेस मेकिंग – 8.50 करोड़
-करखियांव औद्योगिक क्षेत्र में मैंगो एवं वेजिटेबल इंटीग्रेटेड पैक हाउस का निर्माण – 15.78 करोड़
-पुलिस लाइन में ट्रांजिट हास्टल, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन सेक्टर इकाई का कार्यालय भवन – 26.70 करोड़
-रायफल एवं पिस्टल शूटिंग रेंज का निर्माण – 5.04 करोड़
-47 ग्रामीण संपर्क मार्ग कुल लंबाई 152 किलोमीटर का निर्माण, चौड़ीकरण – 111.26 करोड़
-जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत हर घर नल योजना- 428.54 करोड़।