यह देखना बहुत ज्यादा दिलचस्प है कि ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) सीजन 11 की टैगलाइन ‘अड़े रहो’ ने के 50 वर्ष के करियर के दौरान उनकी मेहनत, लगन व प्रतिभा को बहुत ज्यादा सटीकता से परिभाषित किया है। इस हफ्ते केबीसी का 11वां सीजन खत्म हो गया। वहीं बीते कुछ दिनों में अमिताभ बच्चन ने भी अपने गिरते स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की थी। ऐसे में उनके प्रशंसक यही दुआ कर रहे हैं कि बिग बी अपनी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से उबरकर अगले वर्ष भी केबीसी सीजन की हॉट सीट को संभालें।
हालांकि, इस सीजन के समापन के पीछे भी उनके गिरते स्वास्थ्य को जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं बिग बी ने भी 27/28 नवंबर को अपने ब्लॉग में लिखा था कि, “मुझे अब रिटायर हो जाना चाहिए, क्योंकि दिमाग कुछ व कह रहा है व उंगलियां कुछ व कर रही हैं, यह इशारा है। ” इसके अतिरिक्त ध्यान देने वाली बात यह है कि बीते कुछ व्यस्त रहे वर्षों में बिग बी के करियर ग्राफ ने जरूरी ऊंचाइयों को अंकित किया है। हालांकि इस बात से मना नहीं किया जा सकता है कि केबीसी ने उन्हें पुनरुत्थान के साथ ही एक ब्रांड के तौर पर तब स्थापित किया है जब वह बॉलीवुड में अपने करियर को लेकर प्रयत्न कर रहे थे।
केबीसी की आरंभ के साथ ही बिग बी के स्टारडम का पुनर्जन्म हुआ। सत्तर व अस्सी के दशक में एक्शन व ड्रामा को नए सिरे से परिभाषित करने वाले ‘एंग्री यंग मैन’ आकस्मित घर-घर के मनोरंजन को फिर से परिभाषित करने लगे। उनके केबीसी के सफर व करियर के उतार-चढ़ाव में आए ठहराव ‘अड़े रहो’ को अच्छी तरह से परिभाषित करता है।