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यूपी के सोनभद्र में जमीन के विवाद पर लाठियों से पीटकर किसान की हत्या

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में कोन थाना क्षेत्र के बरवाडीह में एक व्यक्ति का शव सड़क पर मिला. वहीं एक महिला अधमरी बेहोश स्थिति में सड़क पर पड़ी थी. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को जिंदा देखकर उसे अस्पताल भेजा, वहीं मृतक व्यक्ति की पहचान कर परिजनों की देखरेख में शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

कोन थाना क्षेत्र के बरवाडीह में किसान उदय पासवान व केवल पासवान की आपसी जमीन बंटवारे की बात कई सालों से चल रही थी. दोनों पट्टीदारों में कोई बात नहीं बनी. इसी साल 20 अगस्त को दोनों पट्टीदारों में मारपीट हुई थी, जिसकी वजह से मामला थाने पहुंचा था. पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मंगलवार को फिर दोनों में झगड़ा होने लगा, जिस पर उदय पासवान ने 112 नम्बर डायल कर पुलिस को सूचना दी. एसएचओ अरविंद यादव ने एसआई को मौके पर भेजा और दोनों लोगो को थाने बुलवाया.

पुलिस ने मौके पर पहुंच कर थाने चलने को कहा और दोनों ने आने की बात कही. इसके बाद पुलिस थाने आ गई. वही दोनों पट्टीदार थाने आने से पहले ही एक बार फिर से आपस में झगड़ा करने लगे. दोनों तरफ से विवाद बढ़ गया और पट्टीदारों ने लाठी डंडे से पीटकर उदय पासवान की हत्या कर दी और पत्नी शीतला देवी बीच-बचाव करने आई तो उसे भी लहूलुहान कर दिया.

मौके पर परिजनों व पुलिस की मदद से मृतक की पत्नी शीतला देवी उम्र 42 वर्ष को चोपन रेफर कर दिया गया. जहां उसकी हालत गम्भीर होने पर डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वही पुलिस मौके पर पहुच कर शव को थाने लाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

एसपी सोनभद्र आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बरवाडीह गांव में दो पक्षों में पूर्व से जमीनी विवाद चला आ रहा था. आज एक पक्ष उदय पासवान और उनकी पत्नी शीतला देवी अपने गांव वापस लौट रहे थे तो दूसरे पक्ष ने हमला किया. इसमें उदय पासवान की मौत हो गई, वहीं शीतला देवी गंभीर रूप से घायल हैं. केस दर्ज किया जा रहा है, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है. शीतला देवी का इलाज कराया जा रहा है. अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है. जल्द ही गिरफ्तारी होगी.

शीतला देवी ने बताया कि उनकी जमीन पर अवैध रूप से पट्टीदारों के द्वारा कब्जा किया जा रहा था. हम लोग जमीन के पट्टी पैमाइश के लिए ऑर्डर करवाए थे, पर स्थानीय पुलिस ने हम लोगों को दबाकर पट्टीदारों के हक में जमीन का पैमाइश रुकवा दी. हम लोगों को फसल भी नहीं काटने दिए और उल्टे पुलिस वाले हमारे ऊपर मुकदमा कर दिए. जब हम लोग मुकदमा दर्ज कराने जाते तो पुलिस वाले पैसा मांगते थे. थाना प्रभारी हम लोगों से मुकदमा दर्ज करने के नाम पर 10 हजार रुपये लिए और 5000 अब्दुल कलाम ने लिए हैं. वहीं ग्राम प्रधान ने खड़े होकर हम लोगों पर हमला करवाया. दर्जनों लोगों ने हम लोगो पर हमला कर दिया. मेरे पति की मौत हो गई, वहीं हमें मरा समझकर छोड़कर भाग गए.

मृतक की बेटी प्रमिला ने बताया कि ये जमीनी विवाद सालों से चला रहा था. हमारी जमीन पर उन लोगो के द्वारा कब्जा कर मकान बनाया गया है और फिर से नए निर्माण किये जा रहे थे. जिसको लेकर मेरे पिता जी ने रोका तो पट्टीदार झगड़ा करने लगे. थाने पर शिकायत की गई पर कोई कार्यवाही नहीं हुई. 20 तारीख को भी झगड़ा हुआ था. शिकायत की गई थी पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. जिसकी वजह से आज मेरे पिता को लाठी-डंडे से पीटकर जान से मार दिया गया, वहीं मेरी मां को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया गया.

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