त्रिपुरा। पत्रकारों पर हो रहे हमले से मौत के विरोध में एक और जहां अख़बारों ने सम्पादकीय पेज को खाली छोड़कर विरोध जताया है। वही लोगों ने इसके विरोध में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। पिछले दिनों त्रिपुरा में एक कॉन्स्टेबल ने बांग्ला अखबार के पत्रकार सुदीप दत्ता भौमिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिससे पत्रकारों में भारी रोष पैदा हो गया। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पिछले काफी समय से आवाज उठ रही है। इसके साथ सरकार सुरक्षा के लिए भी आश्वासन दे रही है लेकिन उसके बाद भी पत्रकारों की हत्या की घटनाये बंद नहीं हो रही है। इस घटना के बाद गोली चलने वाले टीएसआर कांस्टेबल नंदू रयांग को गिरफ्तार कर लिया गया। अखबार के संपादक सुबल दे ने आरोप लगाया है कि भौमिक की टीएसआर की दूसरी बटालियन के कमांडेंट तपन देब्बारमा ने मरवाया, क्योंकि उन्होंने अधिकारी के भ्रष्ट क्रियाकलापों के खिलाफ कई खबरें लिखी थीं। इस मामले में भारतीय प्रेस परिषद ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। त्रिपुरा में दो महीने के अंदर पत्रकार की हत्या की यह दूसरी घटना है। हत्या के विरोध में कई मीडिया संस्थानों के साथ इंडियन न्यूजपेपर सोसायटी भी दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग कर रहा है।
Tags assassination Death Indian press council journalist Media newspaper protest punishment shot State Government Tripura
Check Also
‘महायुति के प्रति मतदाताओं के लगाव से वोट प्रतिशत में हुई वृद्धि’, फडणवीस का सरकार बनाने का दावा
मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी ...