पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद एक बार फिर से योगी कैबिनेट के विस्तार की चर्चाएं जोरो पर है। माना जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट विस्तार किया जा सकता है। मंत्री मंडल में शामिल किए जाने वालों संभावित नामों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं आम हो चली हैं। इन चर्चाओं में इस बात की हवा ज्यादा है कि योगी सरकार में शामिल कुछ मंत्रियों को बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है।
वहीं कुछ मंत्रियों का कद बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। जिन मंत्रियों के कामकाज से मुख्यमंत्री खुश नहीं होंगे उनका मंत्री पद भी छीन सकता है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ नेताओं की लैंडिंग सीधे कैबिनेट की कुर्सी पर कराई जा सकती है। फिलहाल कैबिनेट विस्तार की तारीख की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि कोई नहीं हुई है।
पांच राज्यों के नतीजों से गदगद भाजपा ने एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही यूपी के मंत्रियों की ड्यूटी भी इन राज्यों के प्रचार में लगाई गई थी। अकेले सीएम योगी ने दर्जनों रैलियां की, इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत कई मंत्रियों ने बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार किया था।
इन राज्यों के परिणाम आने के बाद ही यूपी में योगी कैबिनेट के विस्तार को हवा मिली, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ की लखनऊ से लेकर दिल्ली तक ताबड़तोड़ मुलाकातों ने कैबिनेट विस्तार की लगभग मोहर लगा दी।
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सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार की देर शाम अचानक राजभवन पहुंच गए। वहां उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। सीएम योगी और राज्यपाल की इस मुलाकात ने चर्चाओं को खूब तूल दिया। दावा किया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा की गई है। इसके दूसरे दिन यानी 7 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
दिल्ली दौरे के दौरान सीएम योगी ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। मंत्रिमंडल के लिहाज से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दिल्ली दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। बुधवार को दोनों उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की भी मुलाकात हुई थी। उस बैठक में भी कई विषयों पर दोनों के बीच चर्चा हुई थी।
चर्चाओं के बाजार में योगी मंत्री मंडल के विस्तार में कई नेताओं का नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर भी चल रहा है। जिसमें सुभासपा मुखिया ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा महेंद्र सिंह, संजय शर्मा, अशोक कटियार, आकाश सक्सेना, पंकज सिंह समेत कई अन्य नेताओं को भी मंत्री बनाये जाने की चर्चा आमोखास है।
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वहीं योगी कैबिनेट के मुस्लिम मंत्री (राज्यमंत्री) दानिश आजाद अंसारी और राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरु का कद बढ़ाए जाने की चर्चा जोरों पर है। इसके अलावा कुछ मंत्रियों का मंत्री पद भी छिनने की बात कही जा रही है। उधर मंत्रिमंडल में पहले से शामिल जितिन प्रसाद, दया शंकर सिंह, बेबी रानी मौर्य, धर्मपाल सिंह और असीम अरुण को लोकसभा चुनाव लड़ाने की बात कही जा रही है।
यूपी विधानसभा की संख्या को देखते हुए यूपी मंत्रिमंडल में 60 मंत्रियों को बनाने का प्रावधान है। लेकिन मौजूदा समय में यूपी मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 52 मंत्री है। इसमे 18 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभार और 20 राज्य मंत्री है। इस तरह 8 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। सीएम योगी अपने मंत्रिमंडल विस्तार में कितने नए मंत्रियों को शामिल करते है यह तो उनपर निर्भर है लेकिन सूत्रों के मुताबिक आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी जातीय व अन्य समीकरणों को ध्यान में रखते हुए करीब आधा दर्जन के करीब नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसमें कई नए चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है।
यूपी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्रियों की बात करे तो सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, सूर्य प्रताप शाही, सुरेश कुमार खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा, योगेंद्र उपाध्याय, आशीष पटेल और संजय निषाद शामिल है। जबकि नितिन अग्रवाल, कपिलदेव अग्रवाल, रवींद्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति और असीम अरुण स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री के रूप में मंत्रिमंडल का हिस्सा है।
दया शंकर सिंह, दिनेश प्रताप को स्वतंत्र प्रभार का जिम्मा
इसके अलावा जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना और दयाशंकर मिश्र दयालु भी स्वतंत्र प्रभार मंत्री है। तो वहीं मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटीक, संजीव गोंड, बदलेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी और रामकेश निषाद राज्यमंत्री है। साथ ही मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान वाल्मीकि, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर गुरू, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी और विजय लक्ष्मी गौतम राज्यमंत्री के रूप में योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा है।