मुंबई। यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों की हत्या के विरोध में राज्य में तीन सत्तारूढ़ दलों द्वारा बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के दौरान कुछ स्थानों पर पथराव की घटनाओं के बाद बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट की बस सेवाएं बंद कर दी गईं। बेस्ट के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार रात से एमवीए बंद से संबंधित विरोध प्रदर्शनों में नौ बसें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इस दौरान मुंबई, पुणे, नागपुर समेत सभी बड़े शहरों में सड़कों से गाड़ियां गायब रहीं और दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, विक्रोली पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
धारावी, मानखुर्द, शिवाजी नगर, चारकोप, ओशिवारा, देवनार, इनऑर्बिट मॉल में बंदी से कारोबारियों का खासा नुकसान हुआ है। कुल मिलाकर यहां बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। मध्य और पश्चिम रेलवे का परिचालन शाम छह बजे तक सामान्य रहा है, भारी सुरक्षा के बीच किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मध्य रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि हमारी सेवाएं बंद के दौरान भी निर्धारित समयानुसार संचालित होती रही हैं।
शहर में मेट्रो का संचालन भी सामान्य रूप से देखा गया। इसके साथ एमएसआरटीसी की बसें अपने निर्धारित समय पर दूसरे राज्यों के लिए चलती रहीं। वहीं सड़कों पर काली-पीली टैक्सियां भी नजर आईं, हालांकि इनकी संख्या अन्य दिनों के मुकाबले कम रही। भाजपा ने बंद पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा प्रायोजित बंद का असली कारण एमवीए नेताओं पर चल रही छापेमारी का असर है। शिवसेना संसद संजय राउत ने दवा किया है की यह बंद पूरी तरह से सफल रहा है।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने तोड़फोड़ की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि कुछ जगहों पर पथराव करने की जानकारी मिली हैं, जो सही नहीं है। किसी को भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए, हम केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हैं।
राजभवन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ यहां राजभवन के बाहर ‘मौन धरना’ दिया और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को संबाेधित एक ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा। श्री पटोले ने कहा, “हमने राजभवन के बाहर मौन धरना दिया। राज्यपाल के शहर से बाहर होने के कारण हमने अधिकारियों को एक ज्ञापन भी सौंपा। जिस केन्द्रीय मंत्री का पुत्र इस मामले में शामिल है, उन्हें बर्खास्त किया जाए।”
व्यापारियों को धमकाने के लिए सरकार पुलिस का इस्तेमाल कर रही : फडनवीस
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने महा विकास अघाडी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह धोखेबाज सरकार है, जो राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “इस सरकार के कार्यकाल में राज्य ने दो चक्रवातों का सामना किया है। इनमें किसानों को भारी क्षति का सामना करना पड़ा और उन्हें एक रुपये का भी मुआवजा नहीं दिया गया। यह सरकार किसान विरोधी है।” भाजपा नेता ने कहा कि सरकार पुलिस, बिक्रीकर अधिकारी और वस्तु कर अधिकारियों का इस्तेमाल व्यापारियों को धमकाने के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना के आरोपी गिरफ्तार कर लिए गये और उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा गया है। इस मामले में महाराष्ट्र में आंदोलन करने का क्या मतलब है।