Prayagraj। प्रयागराज महाकुंभ (Maha Kumbh) अंतिम चरण में पहुँच चुका है। आख़िरी बाड़ा स्नान माघी पूर्णिमा को होगा, लेकिन संगम नगरी में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु अभ भी पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की अथाह भीड़ के चलते संगमनगरी समेत आसपास के जिलों में भारी जाम के साथ ही आवश्यक वस्तुओं की व्यापक कमीं हो गयी है। प्रयागराज (Prayagraj) की स्थानीय आबादी एक तरह से हाउस अरेस्ट (house arrest) है।
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विगत एक माह से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते स्थानीय लोगों का आना-जाना भी मुश्किल हो गया है। भीषण जाम और जगह-जगह बैरिकेडिंग और रास्ते बंद होने के चलते लोग समय के अपने कार्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
छात्रों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। सबसे ज्यादा मुश्किल प्रतियोगी छात्रों को झेलनी पड़ रही है। पूरा शहर अस्त व्यस्त है।
संगम नगरी में आ रहे करोड़ों लोगों की वजह से खाद्यान्न समेत आवश्यक चीजों की तक की कमी की किल्लत हो रही है। तमाम लोगों को राशन, सब्जियां व दूध एवं दवाएं आदि नहीं मिल पा रहीं हैं। लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है। स्थानीय लोग अब सरकार की व्यवस्थाओं को कोसने लगे हैं।
सपपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी महाकुंभ में अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रचार में ज्यादा ही खर्च किया, अपनी छवि को चमकाने के लिए कई एजेंसीज हायर की। लेकिन सरकार श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं नहीं उपलब्ध सकी। प्रयागराज के लोग हाउस अरेस्ट में हैं।