लखनऊ। राजधानी और उत्तर प्रदेश भर के शोध और अनुसंधान कार्यों में लगे शोधार्थियों, शिक्षकों, और छात्रों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण ख़बर है। लखनऊ यूनिवर्सिटी ने तीन महत्वपूर्ण संस्थाओं बायोटेक पार्क, लाइफ केयर इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, सेंटर फार इन्वायरनमेंट एजूकेशन, के साथ Memorandam Of Understanding (MOU) यानी, औपचारिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। समझौते के मुताबिक, ये तीनों ही संस्थाएँ अपनी सुविधाओं समेत, संयुक्त रूप से लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों और अध्यापकों के लिए अनुसंधान और शोध के विकास कार्यों में अपना सहयोग करेंगी।
बायोटेक पार्क की ओर से अनुसंधान और विकास के लिए औपचारिक सहमति
भारत सरकार से पोषित बायोटेक पार्क ने इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज के साथ, अपने वृहद् संसाधनों और सुविधाओं को संयुक्त रूप से प्रयोग करते हुए, अनुसंधान और विकास की औपचारिक सहमति प्रदान की है। इसी तरह विश्वविद्यालय के छात्रों और अध्यापकों की सहायता करने के लिए, लाइफ केयर इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड नैनो टेक्नालाजी आधारित औषधि अनुसंधान में सहयोग करेगी। यह संस्था इंक्यूबेशन, क्लिनिकल ट्रायल और ड्रग डिस्ट्रिब्यूशन तक की यात्रा में शोधार्थियों का सहयोग करेगी।
सेंटर फार इन्वायरनमेंट एजूकेशन करेगी वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट के साथ सहयोग
सेंटर फार इन्वायरनमेंट एजूकेशन एक UN University के रूप में स्थापित है। यह संस्था यूनिवर्सिटी के इंस्टिट्यूट फार वाइल्ड लाइफ के साथ प्रशिक्षण, शोध और फील्डवर्क में सहयोग करेगी। इस समझौते के बारे में, कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने इसे ऐतिहासिक माना है। जहां एक ही दिन में एक अकादमिक, एक शोध और विपणन आधारित एक अकादमिक और समाज हित से जुड़ी संस्था के साथ औपचारिक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किये गये। इस अवसर पर, विज्ञान रत्न डा जीतेन्द्र वर्मा, डा. पी. के. त्रिपाठी, बायोटेक पार्क के मुख्य प्रबन्धक प्रो. अजय कुमार सिंह, प्रो. अमिता कनौजिया, प्रो. प्रीती, प्रो. पूनम टण्डन और अन्य शिक्षाविद् यूनिवर्सिटी के मंथन कक्ष में उपस्थित रहे।
Report – Anshul Gaurav