महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर सियासत गरम हो गई है. शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस पार्टी के गठबंधन से बनी इस सरकार में एनसीपी नेता अजीत पवार उपमुख्यमंत्री बन कर वापस आ सकते है. बता दें कि सोमवार को उद्वव के नेतृत्व वाली सरकार में 36 मंत्रियों के शपथ लेनें की उम्मीद है. विस्तार को लेकर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने दक्षिण मुंबई में अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ विधायकों की एक मीटिंग की है. वहीं कांग्रेस के नामों का अंतिम रूप देनें के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बाला साहेब थोराट को दिल्ली बुलाया गया है. पवार ने ठाकरे के साथ मंत्री पद को लेकर विचार-विमर्श किया है.
विभाग आवंटन को लेकर था मतभेद: गौरतलब है कि महाराष्ट्र चुनाव के रस्साकसी में अजीत पवार ने देवेंद्र फडणवीस के साथ सरकार बना ली थी व खुद उपमुख्यमंत्री बने थे. यह सरकार 80 घंटे बाद गिर गई. इसके बाद तीनों दल एक साथ सरकार बनाने के लिए साथ आए थे. बता दें कि तीनो पार्टियों के दो-दो विधायकों ने मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे के साथ शपथ लिया था. इस विस्तार को जल्द होना था लेकिन तीनों पार्टियों में विभाग आवंटन को लेकर मदतभेद चल रहा था.
छोटे दल इस विस्तार में शामिल नहीं: द भारतीय एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया है कि एनसीपी गृह मंत्रालय व कांग्रेस पार्टी सहकारी, ग्रामीण विकास या कृषि में से एक के आवंटन के लिए जोर दे रही थी. सूत्रों ने बोला कि इस गठबंधन से जुड़े छोटे दल जैसे स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, किसानों व कामगारों की पार्टी, समाजवादी पार्टी के बीच असंतोष है लेकिन इनसे विस्तार के लिए सलाह नहीं ली गई है.
अजीत पवार को मिल सकता है गृह मंत्रालय: बता दें कि तीनों दलों के गठबंधन फॉर्मूले के अनुसार, 56 विधायकों के साथ शिवसेना 14 मंत्री पद के अतिरिक्त मुख्यमंत्री का पद संभालेगी. एनसीपी ने 54 विधायकों के साथ डिप्टी मुख्यमंत्री का पद व 16 मंत्री पद हासिल किया है, जबकि कांग्रेस पार्टी 44 विधायकों के साथ विधानसभा अध्यक्ष का पद व 12 मंत्री पद संभालेगी. हालांकि अजीत पवार को गृह मंत्रालय दिए जाने की आसार है, लेकिन सूत्रों ने हाउसिंग पोर्टफोलियो की पुष्टि की है, जिसे शिवसेना होम एक्सचेंज में देख रही थी, लेकिन यह पद भी एनसीपी के पास रह सकता है.