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शहीद राष्ट्रसेवकों का हुआ सामूहिक पितृतर्पण श्राद्ध

लखनऊ। स्वाधीनता संग्राम, विभाजन विभीषिका, राष्ट्र रक्षा, वैश्विक महामारी एवं राष्ट्ररक्षा में शहीद हुए असंख्य क्रान्तिवीरों को आज गोमती तट स्थित शहीद स्मारक पर सामूहिक तर्पण-श्रद्धार्पण कर ‘शहीद पितृ श्रद्धा नमन-शहीद श्राद्ध’ के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का आयोजन सुमंगलम सेवा साधना संस्थान के राष्ट्रभक्ति जागृति अभियान के तहत कर्तव्या फाउण्डेशन, विश्व पुरोहित परिषद, हमराह एक्स एनसीसी कैडेट सेवा संस्थान, लोक संस्कृति शोध संस्थान, अक्षय वट, शहीद स्मृति समारोह समिति, पूर्व सैनिक सेवा परिषद, जयति भारत परिवार, अक्षय वट, जनहित परिवार एवं तथ्य फाउण्डेशन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

इस अवसर पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद् के संरक्षक कर्नल लक्ष्मीकांत तिवारी ने कहा कि श्राद्ध पद्धति सम्पूर्ण जीवमात्र को पोषण प्रदान करने की वैज्ञानिक अवधारणा है। अपने मृत पूर्वजों एवं सगे संबंधियों के साथ- साथ समस्त जीवमात्र के प्रति प्रकट की गई अगाध श्रद्धा एवं सम्मान का नाम ही श्राद्ध है। आजाद हिन्द फौज और क्रान्तिकारियों से सम्बन्धित संस्मरण सुनाकर सभी को उनके बताये रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने सभी को राष्ट्र रक्षा का संकल्प दिलाते हुए कहा कि जिन क्रान्तिकारियों ने अपना प्राणोत्सर्ग करके हमें आजादी दिलायी उनके सपनों का भारत बनाने के लिए हमें देश के लिए जीना चाहिए। हम सभी अपनी प्रतिभा छमता देश के सर्वांगींण विकास के लिए लगायें यही शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि होगी।

विशिष्ट अतिथि भाजपा के मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित ने कहा कि निहित स्वार्थों और आपसी वैमनस्यता को भुलाकर देश के विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। देश की युवा पीढ़ी को उन्हें अपना आदर्श मानकर उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिए। तभी नए भारत की संकल्पना साकार होगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शहीद स्मृति संस्थान के सचिव उदय खत्री ने कहा कि देश के लिए जान देने वालों की आत्मा को तृप्ति प्रदान करने के लिए आयोजित यह अनूठा कार्यक्रम राष्ट्र प्रेम की मिशाल है। सिन्धी अकादमी के अध्यक्ष नानक चन्द्र लखमानी ने क्रांतिवीरों के सपनो को साकार करने का आह्वान करते हुए कहा की जिन क्रान्तिवीरों की शहादत से आज राष्ट्र जीवन सतत् आलोकित है, उन भारत माता के वीर सपूतों के त्याग, बलिदान व सर्मपण को नमन करना हमारा पुनीत कर्तव्य है।

अध्यक्षता करते कर्तव्या फाउंडेशन के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि श्रद्धार्पण से ही राष्ट्र भक्ति का भाव जगाकर युवाओ को देश के लिए सर्वस्व समर्पण का भाव जगाया जा सकता है। शहीद पितरों के तर्पण-वन्दन एवं श्राद्ध के पीछे का भाव है की अपने पूर्वजो की कृतज्ञता के साथ माता-पिता और बड़ों का सम्मान करने की प्रवृत्ति जाग्रति हो। विश्व पुरोहित परिषद् के अध्यक्ष डॉ. विपिन पाण्डेय ने वैदिक विधि से तर्पण करते हुए कहा कि तर्पण से प्रसन्न शहीद पितरों के आशीष से ही देश में सुख-शान्ति एवं समृद्धि आयेगी।

लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा दिवेदी ने कहा कि आज हम जिन ज्ञात-अज्ञात शहीद पितरों का श्रर्द्धापण कर रहे हैं। उनका आशीष हमें देश भक्ति और सद्भावना के क्षेत्र में आगे बढ़ायेगा। हमराह एक्स एनसीसी सेवा संस्थान के अध्यक्ष अजीत सिंह बागी ने कहा कि शहीदों का पुण्यस्मरण हमें देश के लिये जीने की प्रेरणा देता है। कार्यक्रम को प्रमुख रूप से राज्य ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीश चन्द्र मिश्र, लैकपैड के अध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी, लखनऊ सहकारी बैंक के अध्यक्ष मान सिंह, वरिष्ठ समाज सेवी एवं भाजपा नेता डॉ. संजय गौड, सह मुख्यालय प्रभारी लक्ष्मण चौधरी, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ की राखी अग्रवाल, लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा दिवेदी, पद्मश्री वचनेश स्मृति संसथान के सचिव डॉ. शशि कान्त गोपाल, मानवीय दिवेदी, मंजुल रायजादा, राष्ट्रवादी कवी विजय त्रिपाठी, समाज सेवी किरण श्रीवास्तव, एडवोकेट पयागमती गुप्ता, विनोद तिवारी अप्पू, डॉ. चेत नारायण सिंह, एडवोकेट आदर्श सिन्हा ने संबोधित किया।

जिसमे प्रमुख रूप से सीए पंकज अग्रवाल, रविन्द्र त्रिपाठी, अभिषेक मिश्रा, सुरेश कुमार, निशाकांत दिवेदी एवं होमेंद्र मिश्र सहित शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित होकर कृतज्ञ भाव से शहीद क्रांतिवीरो को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर राष्ट्र के सुख-शान्ति -समृद्धि का संकल्प लिया। शिया पीजी कालेज एनसीसी के बटालियन ने गार्ड ऑफ आनर क्रांतिवीरों को दिया। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मिडिया के माध्यम से हुआ जिसे सैकड़ों लोंगों ने देखा, सुना, सराहा और शेयर किया।

रिपोर्ट-देवेंद्र मिश्रा

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