देवबंद। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपनी पहली साझा रैली करने देवबंद पहुंची बसपा प्रमुख मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख अजित सिंह ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। मायावती और अखिलेश यादव ने यहां हुंकार भरते हुए कहा कि इस बार अगला प्रधानमंत्री महागठबंधन से ही होगा। अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि शराब बोलने वाले लोग सत्ता के नशे में चूर हैं। ये गठबंधन नया पीएम बनाने का गठबंधन है। वहीं चौधरी अजित सिंह ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आए हुए लोगों से यह पता चलता है कि बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है।
कांग्रेस और बीजेपी की सरकारों ने आम लोगों पर अत्याचार
रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि पीएम मोदी को जैसे ही इस रैली की सूचना मिलेगी वो घबरा जाएंगे,क्योंकि महागठबंधन आ रहा है। उन्होंने कहा,आजादी के बाद से लेकर अब तक केंद्र में कांग्रेस और बीजेपी की जो भी सरकारें रही हैं, इन लोगों ने आम लोगों पर अत्याचार किया है। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में अच्छे दिन दिखाने का वायदा किया था। ये कांग्रेस की तरह ही खोखले साबित हुए हैं।
अगर ईवीएम में गड़बड़ नहीं हुई तो महागठबंधन की जीत
मायावती ने अपने भाषण के दौरान कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ नहीं हुई तो महागठबंधन की जीत होगी। बीजेपी के राज में आरक्षण व्यवस्था कमजोर हुई है। नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि,यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला था और इससे मोदी भी दुखी हैं। कांग्रेस की सरकार में बोफोर्स का मामला और मोदी सरकार में राफेल का मामला इसका ताजा उदाहरण है।
हम 6000 रुपये देने की बजाय
मायावती ने का कि यदि हमारी सरकार केंद्र में बनती है तो हम 6000 रुपये देने की बजाय अति गरीब परिवारों को सरकारी या गैर सरकारी जगहों में नौकरियां देने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबी हटाओ कार्यक्रम का 20 सूत्रीय नाटक इनकी दादी इंदिरा गांधी ने भी किया था। चुनाव के समय ही मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारा और मजारों पर ही जाने की क्यों छूट मिलती है, यह सब देश की जनता समझ चुकी है। बसपा प्रमुख ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम की संख्या काफी ज्यादा है,इसलिए मेरी खासतौर से अपील है कि आप महागठबंधन को वोट दें।
गठबंधन मिलावट का गठबंधन नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि आप लोगों को मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि इस बार सभी मिलकर एक-एक चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे। उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के नशे में इसे मिलावट का गठबंधन कहा जा रहा है। गठबंधन मिलावट का गठबंधन नहीं है।