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व्यापक विकास का सार्थक विचार

चुनाव की शुरुआत में ही कई मुद्दों ने अपनी जगह बना ली थी। सातवें व अंतिम चरण में भी इनकी गूंज है। बात विकास व कानून व्यवस्था से शुरू हुई थी। विपक्ष की एक प्रतिक्रिया ने बुलडोजर को भी महत्वपूर्ण मुद्दा बना देता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया तत्वों के विरुद्ध कार्यवाई के संदर्भ में बुलडोजर का नाम लिया था। उनका कहना था कि पहले माफिया तत्व गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों की जमीन पर कब्जा करते थे। उनकी अवैध सम्पत्ति पर बुजोडजर चलवाया गया। दो हजार करोड़ रुपये की अवैध सम्पत्ति जब्त की गई। दुबारा जनादेश मिला तो माफिया तत्वों के विरुद्ध अभियान जारी रहेगा। उनकी अवैध सम्पत्ति पर बुलडोजर चलता रहेगा।

इस बयान पर विपक्ष कोई प्रतिक्रिया ना देता,तो यह मुद्दा आगे नहीं बढ़ता। लेकिन विपक्ष ने बुलडोजर का विरोध किया। इससे सन्देश यह गया कि जिनके विरोध में बुलडोजर चला,उनके प्रति विपक्ष की सहानुभूति है। भाजपा ने इसी को मुद्दा बना लिया। ऐलान किया कि बुलडोजर चलता रहेगा। किसी दबंग को निर्बलों की जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। सातवें चरण में यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया। इसमें ऐसे जनपद भी है,जो पहले आतंकी सूत्रों व माफिया तत्वों के कारण प्रदेश ही नहीं पूरे देश में चर्चित रहते है।

योगी आदित्यनाथ ने इस जनपदों की इस छवि को बदल दिया। अब इन जनपदों की चर्चा विकास को लेकर हो रही है। पांच वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में मेडिकल कॉलेज का सपना देखना भी संभव नहीं है।

योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से यह सपना साकार हो रहा है। नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले कुशीनगर सिद्धार्थनगर एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर के मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया था। नौ मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन एक साथ हुआ था। पांच वर्ष में यूपी सर्वाधिक एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बन गया है।

सड़कों के निर्माण और इनके किनारे पर औद्योगिक गलियारा बनाने का भी अभूतपूर्व कार्य हुआ है। दावा है कि इस गति से कार्य जारी रहा तो यूपी विकसित राज्य बन जायेगा। पिछले कुछ वर्षों में यहां तीन लाख करोड़ रुपये की सड़कें बनी है। उत्तर प्रदेश में आगामी पांच साल के दौरान पांच लाख करोड़ रुपये का काम करने की योजना बनाई गई है।

कुल मिलाकर जब आठ लाख करोड़ का काम होगा तब उत्तर प्रदेश के सड़कों का इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर होगा। विकास के लिए अच्छी सड़कों का होना अपरिहार्य है। यह अर्थव्यवस्था,समाज, बाजार,अस्पताल,कृषि आदि को सक्रिय रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भौगोलिक क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश का चौथा बड़ा राज्य है। इसके विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में विकास के दृष्टिकोण से असमानताएं व्याप्त थीं।

योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस विषमता को दूर किया है। विकास का लाभ प्रदेश के सभी जनपदों क्षेत्रों तक पहुंचाया जा रहा है। बिना किसी भेदभाव के प्रदेश का विकास किया जा रहा है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शाहजहांपुर जिले में गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना का शिलान्यास किया था। यह प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पूर्व व पश्चिमी यूपी के साथ ही गंगा एक्सप्रेस वे सीधे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से जुड़ेगा। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसकी तैयारी के संबन्ध में मिसाल कायम की है। कोरोना महामारी के बाबजूद एक साल में गंगा एक्सप्रेस वे के लिए तिरासी हजार किसानों से चौरानवे प्रतिशत भूमि खरीदी गई थी। छह सौ किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना की स्वीकृति एक वर्ष पहले मिली थी। नब्बे प्रतिशत जमीन तो मात्र चार महीने में खरीद ली गई थी।

पर्यावरण संरक्षण के लिए एक्सप्रेस वे के किनारे करीब साढ़े अठारह लाख पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही परियोजना में अधिग्रहित भूमि पर सोलर पावर के माध्यम से ऊर्जा का उत्पादन होगा। जिससे परियोजना के संचालन के लिए आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति होगी।

यह विभिन्न उत्पादन ईकाईयों,विकास केंद्रों और कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने के लिए एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा। एक्सप्रेस वे खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों, भंडार गृह, मंडी और दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा। कुछ दिन पहले योगी आदित्यनाथ व नितिन गडकरी ने मीरजापुर व जौनपुर में राजमार्ग की सौगात दी थी। मिर्जापुर के लालगंज स्थित अतरैला गांव के पास टोल प्लाजा पर आयोजित सभा के दौरान वाराणसी से मध्य प्रदेश करीब डेढ़ सौ किलोमीटर लंबे चार राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण और चौरानवे अन्य विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

राजमार्ग के जरिए मीरजापुर यानी विंध्यधाम को काशी, संगम के साथ ही मध्य प्रदेश के मैहर स्थित शारदा देवी शक्तिपीठ को जोड़ने का कार्य किया गया है। इन सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण से विंध्याचल मंडल एवं आसपास के क्षेत्रों का विकास होगा। योगी आदित्यनाथ द्वारा केन्द्र सरकार के कार्यक्रमों,नीतियों एवं वित्तीय प्रावधानों को राज्य में तेजी से क्रियान्वित किया जाता है। उत्तर प्रदेश में छह हजार से बढ़कर बारह हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण हो चुका है। बाईपास बन जाने से राम वन गमन मार्ग तक जाने में आसानी होगी। अयोध्या से चित्रकूट तक का रास्ता भी सुगम होगा। आज प्रदेश में सात ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चल रहा है।

राष्ट्रीय राजमार्ग रायबरेली से प्रयागराज तक एक सौ पांच किलोमीटर की दूरी पर चार लेन निर्माण कार्य शुरू हुआ। जो काम पिछले पचास वर्षों में नहीं हुआ,योगी के नेतृत्व में पांच वर्षों में पूरा किया गया है। अगले पांच वर्ष में सरकार बनने पर सभी कार्य पूरे हो जाएंगे। निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे के समानांतर लैंड बैंक भी स्थापित हो रहे है। डिफेंस एक्सपो व इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के समय से ही यह योजना आगे बढ़ रही है।

प्रत्येक पचास किलोमीटर पर यात्री सुविधा के लिए ढांचागत निर्माण किया जाएगा।एक्सप्रेस वे के आसपास के क्षेत्रों को औद्योगिक विकास एवं व्यावसायिक उपयोग के रूप में पहले से ही चिन्हित किये जा रहे है।सड़कों के संजाल से प्रदेश में फोर लेन इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी विकसित हुई है। वाराणसी से हल्दिया तक वॉटर हाई वे क्रियाशील है। आने वाले दिनों में प्रदेशवासियों को सी प्लेन की सुविधा भी उपलब्ध होने वाली है। आठ लाख करोड़ रुपये के कार्य प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय बना देंगे। वाराणसी से प्रयागराज तक गंगा नदी में डेजिंग का कार्य पूरा हो चुका है। वाराणसी,गाजीपुर, साहिबगंज एवं हल्दिया में मल्टी मोडल हब का निर्माण किया जा रहा है।

पिछले दिनों जौनपुर में डेढ़ हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत से राष्ट्रीय राजमार्गों का शिलान्यास तथा साढ़े तीन अन्य विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया।राम जानकी मार्ग का विकास तथा राम वनगमन मार्ग पर कार्य किया जा रहा है। आजमगढ़ को राज्य विश्वविद्यालय की सौगात मिल रही है। इसका शिलान्यास अमित शाह ने किया था।आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय करीब पचास एकड़ क्षेत्रफल में विस्तृत होगा। इसके निर्माण में एक सौ आठ करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे। योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ की भूमि को मां सरस्वती का धाम बनाने का काम किया है। आजमगढ़ विश्वविद्यालय का नाम प्रदेश की धरती से विदेशी आक्रांताओं को खदेड़ने वाले महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखे जाने का सुझाव दिया गया है।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे आजमगढ़ के विकास के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की धुरी बनेगा। प्रदेश सरकार द्वारा चन्दौली में दो माह पूर्व बाबा कीनाराम राजकीय मेडिकल काॅलेज का शिलान्यास किया गया था। मेडिकल काॅलेज में निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है। चन्दौली में संत बाबा कीनाराम आश्रम के सुन्दरीकरण कार्य की एक विस्तृत कार्ययोजना का शुभारम्भ किया गया है। पर्यटन विकास का यह कार्य समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण होगा।

कुछ दिन पहले माँ विन्ध्यवासिनी कॉरिडोर का शुभारम्भ एवं रोप वे का उद्घाटन किया गया था। कॉरिडोर परियोजन में मंदिर परकोटा एवं परिक्रमा पथ का निर्माण,रोड व मेन गेट की अवस्थापना का निर्माण,मंदिर की गलियों में फसाड ट्रीटमेंट का निर्माण,पहुंच मार्गों का सुदृढ़ीकरण एवं निर्माण कार्य,पार्किंग स्थल, शॉपिंग सेण्टर व अन्य यात्री सुविधाओं का निर्माण सम्मिलित हैं। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह धाम भी भव्य स्वरूप में प्रतिष्ठित होगा।

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