मेघालय और नागालैंड में कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा चुनाव के लिए poll संपन्न हो गया। जिसमें नागालैंड में सबसे ज्यादा 74 प्रतिशत मतदान व मेघालय में 66 प्रतिशत मतदान हुआ। दोनों राज्यों की 60 सदस्यीय विधानसभा क्षेत्रों में 59 सीटों पर वोट डाले गये। सियासी समीकरणों के अनुसार मणिपुर और असम में लगातार जीत के बाद मेघायल और नागालैंड में भी भाजपा की जीत के कयास लगाये जा रहे हैं।
- वहीं कांग्रेस भी उत्तर-पूर्वी राज्यों में दोबारा सत्ता में वापसी के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
- मेघालय में ईस्ट गारो हिल्स जिले में 18 फरवरी को एक आईईडी विस्फोट में राकांपा प्रत्याशी की मौत के कारण विलियमनगर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया।
- वहीं नागालैंड मेंएनडीपीपी प्रमुख नेफ्यू रियो को उत्तरी अंगामी (द्वितीय) विधानसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
poll के दौरान एनपीएफ और एनडीपीपी के समर्थक आपस में भिड़े
नगालैंड में चुनाव के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था। इसके बावजूद मुख्य निर्वाचन अधिकारी अभिजीत सिन्हा ने बताया कि जुन्हेबोटो जिले में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) और नव गठित नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के समर्थक आपस में भिड़ गये। जिन्हें पुलिस प्रशासन ने शांत कराया। हालांकि इससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ।
- मोन जिले के तिजित गांव के मतदान केन्द्र पर चुनाव से पहले एक बम फेंका जिसमें एक ग्रामीण घायल हो गया।
बदली गई 107 खराब ईवीएम और वीवीपीएएटी मशीनें
मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग और उनके परिवार ने पेरेन जिले के जलुकिए शहर में मतदान किया। उन्होंने बताया कि दोपहर एक बजे तक लगभग 107 ईवीएम और वीवीपीएएटी मशीनों में खराबी होने के कारण बदलीं गईं।