लखनऊ विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग एवं गांधी अध्ययन पीठ, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के मध्य एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया। यह MoU लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्थागत भ्रमण के समय (21-22 दिसम्बर) किया गया।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों संस्थानों के मध्य शैक्षणिक (शोध) सहयोग को बढ़ावा देना और समाज कार्य के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करना है। दोनों संस्थाओं के विभागाध्यक्ष प्रो राकेश द्विवेदी तथा प्रो एमएम वर्मा ने शैक्षणिक समझौते पर हस्ताक्षर किया जिसमें दोनों ही संस्थाओं के शिक्षक सदस्य उपस्थित थे।
उक्त समझौता लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के निर्देशन में किया गया जिसके तहत दोनों विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र मिलकर शोध कर सकेंगे। साथ ही दोनों संस्थाओं के मध्य अन्य सुविधाओं का आदान-प्रदान भी होगा।
समझौता ज्ञापन के प्रमुख बिंदु
संकाय विनिमय कार्यक्रम: दोनों विभागों के शिक्षक एक-दूसरे के संस्थान में अध्यापन और अनुसंधान गतिविधियों में भाग लेंगे।
छात्र विनिमय कार्यक्रम: विद्यार्थियों को दूसरे संस्थान में अध्ययन का अवसर प्राप्त होगा, जिससे उनके ज्ञान और अनुभव में वृद्धि होगी।
अनुसंधान सहयोग: दोनों विभाग मिलकर विभिन्न शोध परियोजनाओं पर कार्य करेंगे।
क्षेत्र कार्य सहयोग: समाज कार्य के क्षेत्र में व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए संयुक्त क्षेत्र कार्य की योजना।
संयुक्त सम्मेलन एवं कार्यशालाएं: दोनों विभाग मिलकर सेमिनार, सम्मेलन और कार्यशालाओं का आयोजन करेंगे।
संचार एवं समन्वय: दोनों विभागों के बीच निरंतर संवाद और सहयोग की व्यवस्था।
यह समझौता दोनों संस्थानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समाज कार्य के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगा।