लखनऊ। मशहूर संस्था ‘मिल्ली फाउंडेशन’ (Milli Foundation) एवं ‘उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एकेडमी’ (Uttar Pradesh Artist Academy) के संयुक्त तत्वाधान में ‘बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर लॉ एक्सपर्ट अवार्ड’ (Baba Saheb Dr Bhimrao Ambedkar Law Expert Award) का आयोजन यूपी प्रेस क्लब में किया गया। सम्मान समारोह के संयोजक मिल्ली फाउंडेशन के अध्यक्ष सलाहउद्दीन शीबू एडवोकेट (President Salahuddin Sheebu Advocate) तथा मुख्य अतिथि हरिश्चंद्र पूर्व सचिव भारत सरकार थे।समारोह की अध्यक्षता पूर्ण न्यायाधीश बीडी नक़वी ने की। समारोह में विशिष्ट अतिथि सर्वेश सोनकर एवं अरशद सिद्दीकी थे संचालन अनीस अहमद एडवोकेट ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मिल्ली फाउंडेशन के अध्यक्ष सलाहउद्दीन ‘शीबू’ ने कहा कि सामाजिक न्याय के बिना सभ्य समाज की कल्पना नहीं की जा सकती, सामाजिक न्याय भारतीय संविधान की आत्मा है क्योंकि इसके रचयिता बाबा साहब का सारा जीवन ही सामाजिक न्याय के लिए समर्पित था। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता कानून के ज्ञाता होते हैं, इसलिए समाज के कमजोर तबकों को सामाजिक न्याय दिलाने में उनकी अहम भूमिका होती है अधिवक्ता बुरे वक्त पर कानून के जरिए समाज के कमजोर तत्वों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत रहते हैं ऐसे अधिवक्ताओं को सम्मानित करना सभ्य समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिवक्ता समाज से आवाहन करते हुए कहा कि “समाज में फैल रही विषमताओं और कुरीतियों, जातिगत एवं धार्मिक भेदभाव को खत्म करने में और समाज के कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने में अहम भूमिका अदा करें।
वामिक़ ख़ान ने कहा कि “सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा रक्षक अधिवक्ता समाज है कानून की डिग्री और कानूनी दक्षता की बाबा साहब के मिशन को सफल बनाने में अहम भूमिका है।” उन्होंने कहा कि “अधिवक्ताओं को बाबा साहब से प्रेरणा लेकर समाज के अंतिम व्यक्ति को अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए संघर्ष करना चाहिए आम आदमी को सामाजिक न्याय दिलाने और सभ्य समाज बनाने में अधिकताओं की अहम भूमिका रही है इसलिए हमें अधिवक्ताओं का सम्मान करना चाहिए।
मुख्य अतिथि हरिशचंद्र पूर्व आईएएस अफसर एवं पूर्व सचिव भारत सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि विडंबना है कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में सावरकर जयंती तो मनाई जा सकती है लेकिन संविधान रचयिता बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती नहीं। अध्यक्षीय भाषण में पूर्व न्यायाधीश बीडी नक़वी ने कहा” देश में अमीर गरीब की खाई बढ़ती जा रही है लोकतंत्र चाहता है कि नागरिक अपनी ड्यूटी को पहचानें। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि “धर्म का रोल समाज में विष नहीं मधु के रूप में होना चाहिए समाज में द्वेष की आंधी का प्रेम द्वारा ही मुकाबला किया जा सकता है।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार निगम, ललित मोहन जोशी, सैयद सगीर इमाम, अली यावर, राम कुमार यादव, प्रदीप सिंह, संदीप कुमार अग्रवाल, के के आनंद, अनीस अहमद खान, मोहम्मद इदरीस, आईपी सिंह, फरहान उस्मानी, राकेश चौधरी, नयन राज सिंह राठौड़, अमित कुमार देव ज़ोरदार, विकास अग्रवाल रेहान मुबाशिर, पंकज प्रसून, अशोक कुमार मौर्य, सौरभ सिंह गहलोत, सीपी सिंह, रवि डींगर, घनश्याम पाठक, मधुलिका यादव को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर लॉ एक्सपर्ट सम्मान से सम्मानित किया गया।