असम में आई बाढ़ को लेकर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव के एक प्रवक्ता ने कहा है कि यदि आवश्यकता हुई तो यूएन भारत की मदद करने को तैयार है. बता दें कि असम में विनाशकारी बाढ़ के कारण लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और 80 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है.
सोमवार को महासचिव के प्रवक्ता, स्टीफन दुजारिक ने दैनिक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे सहयोगियों ने हमें बताया कि भारत के असम में मानसून की बारिश से भारी बाढ़ के कारण करीब 40 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं. यदि आवश्यकता हुई तो हम भारत सरकार की मदद करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि नेपाल के अधिकारियों ने तराई क्षेत्र में रिवरबैंक और कम भूमि वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से बाढ़ की संभावना के कारण सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया है.
वहीं, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बाढ़ पर रिपोर्ट के मुताबिक, असम में बाढ़ ने 24 जिलों को प्रभावित किया है, जिससे 1,09,600.53 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को हानि पहुंची है. इसमें कहा गया है कि बढ़ते जल स्तर ने कुल 2,254 गांवों को प्रभावित किया है. बता दें कि राज्य में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार ने जिलों में 276 राहत शिविर और 192 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं.