लखनऊ। औषधि अनुसंधान विकास के सहयोग के लिए, दिनांक 21.02.2022 को, Lucknow University के इन्स्टीट्यूट आफॅ फार्मास्युटिकल सांइसेज विभाग और जैव चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र (CBMR) के बीच MOU हस्ताक्षरित हुआ है। University के मंथन सभागार में, कुलपति प्रो॰ आलोक कुमार राय, CBMR के निदेशक प्रो॰ आलोक कुमार धवन और IPS के निदेशक प्रो॰ पुष्पेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने इस MOU पर हस्ताक्षर किए। इस मौक़े पर university के Dean, Academics, प्रो॰ राकेश चन्द्रा उपस्थित थे।
MOU के अंतर्गत होंगे ये कार्य
जानकारी के मुताबिक, इस MOU के अंतर्गत, जैव चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र (CBMR) और इन्स्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल सांइसेज(IPS),निम्नलिखित गतिविधियों पर कार्य करेंगे-
1. कोविड 19 जैसे महामारियों पर जैव चिकित्सा अनुसंधान के लिए Joint Research Project पर काम करना।
2. एकेडमिक पब्लिकेशन, पुस्तिकाएँ/किताबें और रिपोर्ट आदि औषधि विज्ञान के क्षेत्र में संयुक्त रुप से लिखना।
3. छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए न्यू एजुकेशन पालिसी (NAP) के अनुसार अनुसंधान के अवसर ।
4. संकाय सदस्यों और छात्रों को एडवांस इन्क्यूवेशन के अवसर के साथ प्रशिक्षण प्रोग्राम और ग्रीष्म/शीतकालीन इन्र्टनशिप का आदान-प्रदान।
MOU से मिलेगा शोधकार्यों को बढावा, छात्र-छात्राओं के लिए खुलेंगे नए दरवाज़े- प्रो. धवन
इस अवसर पर CBMR के निदेशक प्रो॰ आलोक कुमार धवन ने बताया कि CBMR देश का इकलौता जैव चिकित्सीय अनुसंधान संस्थान है, जो जैव चिकित्सीय अनुसंधान के लिए विश्व स्तरीय मशीनरीयों (N.M.R. and L.C.M.S. for Biological Research) से सुसज्जित है। भारत में संस्थान का नेचर इण्डेक्स (2021) रैकिंग में दसवां स्थान है। इस MOU से उत्तर प्रदेश में सांइस एण्ड टेक्नोलोजी के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा मिलेगा और छात्र-छात्रओं के लिए नये दरवाज़े खुलेंगें। उपरोक्त अवसर पर University के कुलपति महोदय ने दोनों संस्थाओं को एम॰ओ॰यू॰ के लिए बधाई दी।
इसके पूर्व संस्थान के राजधानी के CSIR- CMAP और DBT-Biotech Park जैसे बड़े संस्थानों से MOU हो चुका है। इतनी अनुसंधान सुविधाओं के साथ Lucknow University बी.फार्म ग्रेजुएट कोर्स कराने वाला पहला संस्थान हो गया है।
Report- Anshul Gaurav