रूस के यूक्रेन पर परमाणु हमले की धमकी के बीच नाटो देशों ने बड़ा ऐलान किया है। कहा है कि यूक्रेन को अतिरिक्त मदद की जाएगी। फांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी चांसलर ओलाफ शोल्ज और इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच चुके हैं।इस मीटिंग के बाद यह तय हुआ कि नाटो बहुत जल्द यूक्रेन को भारी हथियारों की खेप मुहैया कराएगा।
नतीजन रूस ने परमाणु हमले की धमकी दोहराई है। कहा है कि अस्तित्व का खतरा हुआ तो परमाणु हमले से भी नहीं चूकेंगे। रूस के परमाणु हमले की धमकी के बीच नाटो देशों ने यूक्रेन की अतिरिक्त मदद का ऐलान किया है। यूक्रेन लगातार नाटो देशों से भारी हथियारों की मांग कर रहा था। यह माना जा रहा है कि नाटो देश सबसे पहले यूक्रेन को स्पेशल हॉवित्जर मिसाइल दे सकते हैं। फ्रांस पहले ही इन मिसाइलों की एक खेप यूक्रेन को दे चुका है।
इन मिसाइलों की वजह से परेशान होकर रूस को दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन पर कब्जा छोड़ना पड़ा था।कहा है कि नाटो देश पूर्वी सदस्य देशों में चार नए बैटल ग्रुप तैयार करेगा।यूक्रेनी सैन्य बलों की ओर से मिल रही कड़ी चुनौती को लेकर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि इस युद्ध के कारण रूस की ताकत एवं प्रतिष्ठा बुरी तरह प्रभावित हुई है।