नागपुर। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद सोमवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और आरएसएस के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। गौरतलब हो कि नितिन गडकरी संघ के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं। ऐसे में उनकी आरएसएस नेता से मुलाकात को लेकर राजनितिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। लगभग दो घंटे तक चली इस बैठक के दौरान बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे।
पार्टी अध्यक्ष बनने की रेस में
बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बैठक चुनाव को लेकर नहीं बल्कि अंत्योदय योजना के संबंध में थी। पार्टी अध्यक्ष बनने की रेस में उनका नाम शामिल होने के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, “मैं पार्टी के अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं हूं।”
एग्जिट पोट अंतिम निर्णय नहीं,लेकिन संकेत
मालूम हो, सोमवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि,”एग्जिट पोट अंतिम निर्णय नहीं हैं लेकिन संकेत हैं।” गडकरी ने जोर देते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा की नई सरकार का गठन होगा। प्रधानमंत्री पद के लिए उनके नाम पर विचार के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा, “मैंने यह कई बार स्पष्ट किया है कि हमने मोदीजी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है और वह निश्चित रूप से एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे।” उन्होंने कहा,देश के लोग एक बार फिर भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पांच साल में हमारे द्वारा किए गए काम को समर्थन दे रहे हैं।