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रायबरेली में कांग्रेस से मुकाबला आसान नहीं – बी.के. शुक्ला

रायबरेली/महाराजगंज। सांसद सोनिया गांधी जनपद वासियों को अपना परिवार मानती हैं। भारतीय जनता पार्टी रायबरेली में कांग्रेस को न कभी घेर पाई है और न ही आगे घेर पाएगी। ये बात कांग्रेस जिला अध्यक्ष बी.के. शुक्ला ने महराजगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। श्री शुक्ल ने कहा लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए बीजेपी कभी अग्रवाल को चुनाव मैदान में उतार देती है तो कभी कोई आ जाता है,अगर जेटली भी आ जाएंगे तब भी कांग्रेस पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। उन्होंने कहा,भारतीय जनता पार्टी के लोग जुमले बाजों के नाम से जाने जाते हैं। रायबरेली की लोकसभा सीट को लेकर अभी कोई पक्का नहीं है कि जेटली ही आ जाए और किसी को भी भाजपा चुनाव मैदान में उतार सकती है।

जेटली पंजाब की हार से सबक : बी.के. शुक्ला

बीजेपी पर चुटकी लेते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को तो पंजाब से चुनाव लड़ना चाहिए था,जहां उन्होंने पिछली बार चुनाव लड़ा था और बुरी तरह हारे थे। शायद इस बार वहां से चुनाव लड़ते तो वह जीत भी जाते। जेटली को पंजाब की हार की यादें ताजा करनी है तो रायबरेली से चुनाव लड़े। इस बार के लोकसभा चुनाव में अगर रायबरेली से वह चुनाव लड़ते हैं तो यहां की जनता उन्हें करारी शिकस्त देने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रही है।

रायबरेली की जनता ने श्रीमती गांधी को 3 लाख 52 हजार मतों

पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में बी.के. शुक्ला ने कहा कि रायबरेली वह धरती है,जहां पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इंदिरा गांधी ने लोगों की नाराजगी को फेस किया और दोबारा यहाँ से चुनाव लड़कर भारी बहुमत से विजई हुई। श्रीमती इंदिरा गांधी ने हार के बाद भी रायबरेली जनपद को नहीं छोड़ा। श्री शुक्ला ने आगे कहा की आज तो सोनिया गांधी रायबरेली के एक-एक परिवार और एक-एक मतदाता को अपने परिवार का सदस्य मानती हैं। चाहे वह जिस भी पार्टी से ताल्लुक रखता हो और जब वह चुनाव जीतकर सांसद बन जाती है तो जनपद वासियों के साथ कोई भेदभाव नहीं रखती है। इसीलिए यहां की जनता उनको आंखों पर बैठा कर रखती है। देश भर में जब एक पार्टी की लहर बताई जा रही तब भी उस आंधी में श्रीमती सोनिया गांधी को यहां की जनता ने 3 लाख 52 हजार मतों से जिताया था।

हरचंदपुर विधानसभा में राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय

श्री शुक्ल ने कहा अरुण जेटली देश के वित्त मंत्री हैं। अगर उन्हें घेरने की जरूरत है तो जहां उन्होंने पहले चुनाव लड़ा है वहां से दोबारा चुनाव लड़ कर देखें। यह रायबरेली की धरती है यहां भाजपा या अन्य पार्टियों की दाल गलाई नहीं गलेगी। पत्रकारों द्वारा जेटली द्वारा रायबरेली को यूनिवर्सिटी, स्टेडियम और मसाला इंडस्ट्री देने वाले बयान के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में जिला अधयक्ष ने कहा कि उन्हें यूनिवर्सिटी देना है तो जो यूपीए सरकार ने हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गुरबख्शगंज में राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय बनाने के लिए कहा था एवं उसकी कार्य योजना बना कर उसकी शुरुआत की थी लेकिन चुनाव की घोषणा होने के चलते उसे पूर्ण नहीं कराया जा सका उसे पूरा करें। “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का नारा देने वाली पार्टी अगर बेटियों के हितों के लिए इतना ही सजग है तो महिला विश्वविद्यालय गुरबख्श गंज में दे,जिसकी नीव यहां की सांसद सोनिया गांधी ने रखी थी। अरुण जेटली भारत सरकार के वित्त मंत्री हैं अगर वह रायबरेली के लिए ऐसा करते हैं तो कांग्रेस पार्टी उनके फैसले का स्वागत करती है।

नौ सौ बेड का करे एम्स अस्पताल

कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने आगे कहा कि,अगर वित्त मंत्री रायबरेली के विकास के बारे में सोचते हैं तो सांसद सोनिया गांधी द्वारा जनपद वासियों को मुंशीगंज में दिए गए नौ सौ बेड वाले एम्स अस्पताल जिसे बीजेपी की केंद्र सरकार द्वारा कम करके छह सौ बेड का कर दिया गया है,उसे पुनः नौ सौ बेड का करवा दें। साथ ही ओपीडी के साथ-साथ उसका इनर चालू करवा दें ताकि जनपद वासियों को इलाज संबंधी होने वाली दिक्कतों से निजात दिलाई जा सके। उन्होंने कहा अगर अरुण जेटली रायबरेली में मसाला फैक्ट्री लगाने की बात करते हैं तो यहां मिंट पार्क और स्पाइस पार्क बना हुआ है उसको शुरू करें ताकि यहां के मिर्च,धनिया,हल्दी,सौंफ,कलौंजी आदि की बोआई करने वाले किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके।

करें ढाई हजार करोड़ रुपए देने की घोषणा

श्री शुक्ला ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के रायबरेली को ढाई करोड़ रुपए देने की बात पर व्यंग करते हुए इसे “ऊंट के मुंह में जीरा” बताया और कहा कि भारतवर्ष का वित्त मंत्री अगर रायबरेली को ढाई करोड़ रुपए देने की बात करता है तो यह अफसोस करने वाली बात है। उन्हें तो रायबरेली के विकास के लिए ढाई हजार करोड़ रुपए देने की घोषणा करनी चाहिए थी। यहां के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली को कोई एक बड़ी फैक्ट्री दे देनी चाहिए ताकि जनपद वासियों को रोजगार मिल सके। आज उनकी सरकार देश और प्रदेश दोनों में है यहां उन्हें फैक्ट्री बनवाने के लिए जमीन की भी दिक्कत नहीं होगी। कांग्रेस पार्टी तब समझेगी रायबरेली की जनता के लिए उनकी भावनाएं ठीक है और अंत में उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा की साढे चार साल तक सोने वाली सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली को अब 2019 लोकसभा चुनाव के समय रायबरेली के विकास की याद आई है। यह सब जनता को गुमराह करने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है। लेकिन यहां की जनता सब समझती है। वह यह समझती है कि 6 महीने बाद चुनाव होने है और इतने कम समय में भाजपा रायबरेली का कौन सा और कितना विकास जेटली कर पाएंगे। अगर इन्हें रायबरेली का विकास करना ही है तो यूपीए सरकार द्वारा चालू की गई योजनाओं को जो बीजेपी सरकार में बंद किया गया है उसे चालू करें।

रत्नेश मिश्रा
रत्नेश मिश्रा

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