योगी सरकार एक के बाद एक शहरों का नाम बदलने की तैयार कर रही है. सोमवार को आगरा का नाम बदलकर अग्रवन किए जाने की चर्चा जोरों पर हुई थी और अब अलीगढ़ का नाम बदलने की चर्चा होने लगी है. बीजेपी के प्रतिनिधियों ने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की बातें करना शुरु कर दी हैं.
बता दें कि इससे पहले बीजेपी की ओर से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी अपने कार्यकाल के दौरान कर चुके हैं, लेकिन केंद्र में कांग्रेस सरकार होने की वजह से उनकी ये पहल सफल नहीं हुई थी. लेकिन अब यूपी में योगी और केंद्र में मोदी सरकार होने की वजह से इस पहल को पूरा किया जा सकता है.
बता दें कि योगी सरकार में साल 2018 में आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ करने का प्रस्ताव तैयार करने की तैयारी की गई थी. जिसके साथ ही अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम और शहर विधायक संजीव राजा ने अलीगढ़ को हरिगढ़ करने की मांग शासन स्तर पर की थी. हालांकि सबसे पहले विश्व हिन्दू परिषद ने साल 2015 में अलीगढ़ में एक प्रदेशव्यापी बैठक में प्रस्ताव पास कर अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने की बात की थी.
बीजेपी महानगर उपाध्यक्ष सुबोध स्वीटी ने बताया कि तत्कालीन सीएम कल्याण सिंह ने 1992 में मुख्यमंत्री रहते हुए शहर का नाम हरिगढ़ करने कोशिश की थी, लेकिन उस वक्त केंद्र में कांग्रेस सरकार थी, इसलिए उनकी कोशिशें परवान नहीं चढ़ सकीं. वहीं यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने अलग-अलग कार्यकाल में नए जिले बनाकर उनका नामकरण दलित व पिछड़े वर्ग से जुड़े संतों व महापुरुषों के नाम पर किया था. उस वक्त बीजेपी ने इसका विरोध किया था. इससे पहले भी अलीगढ़ को उसके प्राचीन नाम हरिगढ़ दिलाने की मांग उठाई जा चुकी है.