अयोध्या। सप्तपुरियों में सबसे श्रेष्ठ अयोध्या धाम की अक्षय नवमी तिथि पर होने वाली परिक्रमा सोमवार की रात से प्रारंभ हो गई।कुछ श्रद्धालुओं से मुहूर्त का इंतजार नहीं हो सका। समय से पहले सोमवार की रात 9 बजे ही राम नाम लेकर चल पड़े आस्था की डगर पर पग पग बढ चले। जबकि ज्यादातर श्रद्धालुओं ने बेसब्री से मुहूर्त का इंतजार कर समय से शुभारंभ किया। नाका हनुमान गढ़ी, नया घाट, राज घाट, झुनकी घाट, दर्शन नगर आदि स्थानों पर माथा टेका और परिक्रमा शुरू कर दिया । साधु संत के अलावा बुजुर्ग महिलाएं नवयुवकों का हुजूम परिक्रमा करने निकल पड़े हैं।
👉चौदह कोसी परिक्रमा का शुभ मुहूर्त मंगलवार प्रथम प्रहर से अर्ध रात्रि तक
राम नाम के जयकार व राम नाम जप करते आस्था की डगर पर पग पग बढ रहे हैं। इस बार परिक्रमा व कार्तिक पूर्णिमा के मेले में 20 लाख से अधिक श्रध्दालुओं के पहुंचने की प्रशासन को उम्मीदें हैं। कहा तो जाता है। चौदह कोस लेकिन 42 किलोमीटर की परिधि में नंगे पग पग चलकर ही परिक्रमा पूरी करनी पड़ती है। परिक्रमा करने वाले पीठ पर बैग व झोला लिए पग पग चल रहे हैं।जिसकी जैसे चलने की क्षमता है।
कुछ परिक्रमा करने वाले श्रद्धालु 10 घंटे लगातार चलकर पूरा कर लेंगे। तो कुछ को और समय लगेगा। कुछ श्रध्दालुओं के पैर में चलते चलते सूजन हो जाती है। कुछ के पैरों में छाले पड जातें है। लेकिन आस्था के आगे सब कुछ भूल कर परिक्रमा पूरी करेंगे। और सरयू सलिला में स्नान करेंगे। प्रशासन ने परिक्रमा में निगरानी के लिए एटीएस को लगाया है। साथ ही पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा के इंतजाम में जोन व सेक्टर में बांटा गया है। मेला क्षेत्र में पुलिस की कड़ी निगरानी रहेगी। यातायात व्यवस्था के यातायात पुलिस की नजर है। परिक्रमा मेला क्षेत्र में अपर पुलिस अधीक्षक व सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी पुलिस के साथ सुरक्षा प्वाइंट पर तैनात हैं।
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन परिक्रमा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए विशेष रूप से निगरानी कर रहा है। प्रशासन पल पल नजर बनाए हुए है। जिले आला अधिकारी परिक्रमा क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या ना होने पाये।
अस्थाई चिकित्सा शिविर एवं बड़े अस्पतालों में बेड आरक्षित रहेंगे
स्वास्थ्य विभाग ने चौदह कोसी परिक्रमा व कार्तिक स्नान मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिले के तीन बड़े अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज में 20 बेड, जिला चिकित्सालय पुरुष में 20 बेड और श्री राम चिकित्सालय में 10 बेड आरक्षित किए हैं। इसके अलावा 15 स्थान पर अस्थाई चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं।
मेला प्रभारी डॉक्टर राममणि शुक्ला ने बताया कंट्रोल रूम, हनुमानगढ़ी, रेलवे स्टेशन, कनक भवन, राम जन्मभूमि, राम की पैड़ी, नागेश्वर नाथ, पक्का घाट, कारसेवक पुरम, हनुमान गुफा, साकेत पेट्रोल पंप, झुनकी घाट, अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा, दशरथ महल व बंधा तिराहा पर अस्थाई चिकित्सा शिविर बनाए गए हैं। पक्का घाट पर आठ बेड का अस्थाई चिकित्सा शिविर भी बनाया गया है।
परिक्रमा क्षेत्र में हर समय 10 एम्बुलेंस उपलब्ध रहेंगी।
किसी भी घटना दुर्घटना से निपटने के लिए मेला क्षेत्र में 10 स्थान पर हर समय एम्बुलेंस मौजूद रहेगी। यह एंबुलेंस पक्का घाट, बन्धा तिराहा, कंट्रोल रूम, साकेत पेट्रोल पंप, नागेश्वर नाथ, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, राम जन्मभूमि, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर व बूथ नंबर चार पर मौजूद रहेंगी।
अयोध्या की प्रसिद्ध 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर 16 स्थान पर अस्थाई चिकित्सा शिविर स्थापित कर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। मेला प्रभारी ने बताया कंट्रोल रूम हनुमान गुफा, मौनी बाबा, हल्कारा का पुरवा, दर्शन दर्शन, नगर आचारी सगरा, मिर्जापुर, जौनौरा, सहादतगंज, हनुमानगढ़ी, गुप्तार घाट, जमथरा, अफीम कोठी, अमानीगंज, चक्र तीर्थ, निर्मोचन घाट, झुनकी घाट पर अस्थाई चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय जैन ने बताया अयोध्या के कार्तिक मेला, 14 कोसी व पंचकोसी परिक्रमा के लिए 54 चिकित्सा अधिकारी, एक महिला चिकित्सा अधिकारी, 54 फार्मासिस्ट, 54 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, चार सुपरवाइजर व लगभग 250 सफाई कर्मचारी को नियुक्त किया गया है।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह